बकोरिया कांड में सीआरपीएफ और पुलिस की भूमिका पर हो रही जांच
सीआरपीएफ से जुड़ी जानकारी देने के लिए डीआईजी स्तर के अधिकारी होंगे नोडल अफसर
झारखंड के विवादित बकोरिया मुठभेड़ कांड से जुड़े मामले में सीबीआई का जानकारी देने के लिए सीआरपीएफ ने डीआईजी स्तर के पदाधिकारी को नोडल पदाधिकारी बनाया है। सीआरपीएफ मुख्यालय के डीआईजी ऑपरेशन अनिल कुमार सिंह ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। आदेश के मुताबिक, रांची रेंज की डीआईजी उषा किरण कंडुलना को सीआरपीएफ ने सिंगल प्वाइंट ऑफ कांटेक्ट(एसपीओसी) बनाया गया है। सीआरपीएफ के आदेश में जिक्र है कि बकोरिया मुठभेड़ कांड में सीबीआई को अनुसंधान से जुड़ी जानकारी सिर्फ डीआईजी उषा किरण कंडुलना के द्वारा ही दिया जाएगा।
सीआरपीएफ व कोबरा बटालियन की भूमिका की भी जांच
बकोरिया मुठभेड़ कांड में सीआरपीएफ व कोबरा बटालियन के शामिल होने का जिक्र भी एफआईआर में है। सीआईडी ने अपनी जांच में सीआरपीएफ व कोबरा बटालियन के अधिकारियों व जवानों का बयान लिया था। जल्द ही सीबीआई भी इस मामले में सीआरपीएफ व कोबरा के अधिकारियों व जवानों से पूछताछ करेगी। ऐेसे में सीबीआई को बतौर एसपीओसी उषा किरण कुंडुलना मदद करेगी। इससे पहले मनीष सच्चर को एसपीओसी बनाया गया था, लेकिन उनका तबादला होने के बाद नए सिरे से एसपीओसी बनाया गया।
डीजीपी व अन्य अधिकारियों को दी जानकारी
सीआरपीएफ मुख्यालय ने इस संबंध में राज्य के डीजीपी कमलनयन चौबे, आईजी सीआरपीएफ, सेंट्रल जोन सीआरपीएफ कोलकाता मुख्यालय समेत अन्य अधिकारियों को जानकारी दी है।