रांची : भारत में आयकर रिटर्न भरने वालों की संख्या में वृद्धि हुई है. जो बेहद सुखद अनुभूति देने वाला है. झारखंड में भी बीते 5 वर्षों में इनकम टैक्स देने वालों की संख्या लगभग 15 से 20% बढ़ी है. वहीं शून्य टैक्स देने वाले लोगों ने भी जमकर आईटी रिटर्न फाइल किया है. देश में इसकी संख्या में लगभग 40 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है. यह जानकारी केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने लोकसभा में दी. सांसद संजय सेठ ने लोकसभा में आइटीआर रिटर्न से संबंधित कई सवाल पूछे थे. जिसमें सांसद ने जानना चाहा था कि झारखंड में आयकर रिटर्न भरने वालों की संख्या कितनी है. जीरो रिटर्न भरने वालों की संख्या कितनी है. साथ ही पूछा था कि आयकर रिटर्न के प्रति लोग जागरुक हो, उसके लिए सरकार के द्वारा क्या कदम उठाए जा रहे है.
सरकार को हुई खूब आमदनी
केंद्रीय राज्य मंत्री ने बताया कि पिछले 5 वर्षों में निवल प्रत्यक्ष कर संग्रह में 62 लाख 11 हजार 683 करोड रुपए की आमदनी सरकार को हुई है. वहीं झारखंड में 2021-22 में 11 लाख 35 हजार 786 लोगों ने टैक्स भरा है जबकि 2022-23 में 11 लाख 95 हजार 551 लोगों ने टैक्स भरा है. केंद्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि टैक्स भरने की प्रक्रिया आसान हो, इसके लिए व्यक्तिगत करदाताओं को पहले से भरी हुई आयकर विवरणी प्रदान की गई है ताकि वे इसकी पूरी जानकारी प्राप्त कर सकें और खुद से भी अपना आयकर रिटर्न भर सकें.
करदाताओं के लिए नए पैकेज
केंद्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि वित्त अधिनियम 2020 में व्यक्तिगत करदाताओं को अपेक्षाकृत निम्न सिलेबस दरों में आयकर का भुगतान करने के लिए एक विकल्प का प्रावधान किया गया है. वहीं नए करदाताओं को आयकर दायरे में लाने के लिए टीडीएस टीसीएस के क्षेत्र को बड़ी नगदी आहरण, विदेशी प्रेषण, लग्जरी कार की खरीद, माल की बिक्री, अचल संपत्ति का अर्जन कार्यक्रम पैकेज इत्यादि की खरीद सहित विस्तारित किया गया है. केंद्रीय मंत्री ने सदन में बताया कि पिछले 5 वर्षों के दौरान झारखंड में आयकर रिटर्न भरने वालों की संख्या में लगभग 20% की वृद्धि हुई है. 2018-19 में 1050000 लोगों ने इनकम टैक्स भरा. 2019-20 में 1076000 लोगों ने आईटीआर भरा. 2020-21 में 11 लाख 12 हजार लोगों ने टैक्स भरा. 2021-22 में 11 लाख 35 हजार लोगों ने टैक्स भरा और 2022-23 में 11 लाख 95 हजार लोगों ने सरकार को टैक्स दिया है.
जीरो टैक्स रिटर्न भरने वाले बढ़े
जीरो टैक्स पर आईटी रिटर्न भरने वालों की संख्या में भी बेतहाशा वृद्धि हुई है. 2019-20 में झारखंड से 4 लाख 39 हजार 992 लोगों ने जीरो रिटर्न भरा है. वहीं 2020-21 में 7 लाख 70 हजार 973 लोगों ने जीरो रिटर्न भरा है. 2021-22 में 7 लाख 93 हजार लोगों ने आयकर रिटर्न भरा जबकि 2022-23 में यह संख्या बढ़कर 8 लाख 5 हजार हो गई. केंद्रीय मंत्री ने सदन में यह भी बताया कि पूरे देश में इनकम टैक्स रिटर्न भरने के प्रति नागरिकों में जागरूकता आई है और समय-समय पर मंत्रालय के द्वारा भी ऐसे कई कार्यक्रम चलाए जाते हैं ताकि लोग जागरुक हो सके.
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