यूपी के इटावा में एक विचित्र घटना सामने आई है, जहां एक 45 वर्षीय व्यक्ति ने आत्महत्या करने के लिए रेलवे ट्रैक पर लेटने का प्रयास किया। राममिलन नामक इस शख्स की किस्मत अच्छी थी कि समय पर लोको पायलट ने ट्रेन के ब्रेक लगाकर उसे बचा लिया। जब इस व्यक्ति को ट्रैक से हटाया गया और आत्महत्या का कारण पूछा गया, तो सभी हैरान रह गए।

राममिलन ने बताया कि उसकी शादी नहीं हो रही है और इसके लिए उसने अपने परिवार को दोषी ठहराया। रविवार को भरथना के साम्हो रेलवे स्टेशन के पास राममिलन दिल्ली-हावड़ा रेलवे ट्रैक पर लेटा हुआ था। जब ट्रेन, जो महानंद एक्सप्रेस थी, ट्रैक पर आई तो लोको पायलट ने तत्परता से ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी। ट्रेन के रुकने के बाद आरपीएफ स्टाफ, लोको पायलट और अन्य यात्री बाहर आ गए और राममिलन से आत्महत्या के कारण पूछे।

राममिलन ने बताया कि उसकी उम्र बढ़ रही है और उसके घरवाले उसकी शादी नहीं करवा रहे हैं। इस स्थिति के कारण उसे रातों को नींद नहीं आती और वह अकेला महसूस करता है, जो उसे आत्महत्या की ओर ले गया।

राममिलन की पहचान बकेवर थाना क्षेत्र के अहेरीपुर पोस्ट, नागला तुला गांव के निवासी के रूप में की गई है। जब वह रेलवे ट्रैक पर लेटा था, ड्राइवर ने ट्रेन के इमरजेंसी ब्रेक का इस्तेमाल किया, जिससे ट्रेन समय पर रुक गई। हालांकि, राममिलन इंजन की चपेट में आ गया, जिससे उसे चोटें आईं। आरपीएफ जवान रवेंद्र पाल सिंह और सत्यवीर सिंह ने उसे तुरंत जिला अस्पताल भेजा, जहां उसका इलाज चल रहा है।

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