JoharLive Desk
किंग्सटन: वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में अपना पहला शतक जमाने वाले भारत के मध्यक्रम के युवा बल्लेबाज हनुमा विहारी ने कहा कि पहला अंतर्राष्ट्रीय शतक लगाना बेहद सुखद अनुभव रहा। हनुमा ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट की पहली पारी में शतक लगाते हुए 111 और दूसरी पारी में नाबाद 53 रन बनाए थे। हनुमा ने इससे पहले पहले टेस्ट की दूसरी पारी में 93 रन बनाए थे और शतक बनाने से चूक गए थे। हनुमा को उनकी बेहतरीन बल्लेबाजी के लिए मैन ऑफ द मैच के पुरस्कार से नवाजा गय।
हनुमा ने मैच के बाद कहा, “अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट शतक लगाना सुखद अनुभव है। मैं पहले टेस्ट में शतक लगाने से चूक गया था और इस मुकाबले में बड़ा स्कोर बनाना चाहता था। टीम का स्कोर पांच विकेट पर 200 रन था और उस वक्त क्रीज पर मैं और रिषभ पंत मौजूद थे।” उन्होंने कहा, “हम दोनों को उस समय धैर्य रखकर खेलने की जरुरत थी। इस पिच पर तेज गेंदबाज बेहतरीन गेंदबाजी कर रहे थे। मैंने स्पिनरों के खिलाफ खुलकर खेलने की कोशिश की। यह मेरे खेल की योजना थी जिसमें मैं सफल हुआ।”
हनुमा ने कहा, “मैंने अभी तक भारत में टेस्ट मैच नहीं खेला है और मैं यहां खेलने के लिए काफी उत्सुक हूं। भारत में अपने लोगों के बीच खेलना बेहद रोमांचित करने वाला अनुभव होगा।” 25 वर्षीय हनुमा ने दो टेस्टों की सीरीज में 96.33 के जबरदस्त औसत से सर्वाधिक 289 रन बनाए जिसमें एक शतक और दो अर्धशतक शामिल थे। हनुमा ने अपना टेस्ट करियर पिछले साल सितंबर में ओवल में इंग्लैंड के खिलाफ शुरु किया था। वह अबतक छह टेस्टों में 456 रन बना चुके हैं।