Ranchi : रांची के सदर अस्पताल से 17 फरवरी की रात चोरी हुई नवजात बच्ची को पुलिस ने गुरुवार को बेड़ो से बरामद कर लिया है। रांची एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा की स्पेशल टीम ने रांची के सदर अस्पताल से गायब की गई सात दिन के मासूम बच्ची को सकुशल वापस उसकी मां के पास पहुंचा दिया है. सीसीटीवी फुटेज और टेक्निकल टीम के सहयोग से पुलिस की टीम ने बच्ची को रांची के बेड़ो इलाके से बरामद किया है. मामले में आरोपित एक महिला को भी गिरफ्तार किया गया है जो रांची के नरकोपी इलाके की रहने वाली है.
सात दिन के मासूम बच्ची के गायब होने की कहानी है पूरी फिल्मी
जिस महिला के द्वारा बच्ची का अपहरण किया गया था। उसकी कोई संतान नहीं थी, लेकिन उसने अपने गांव में कई महीनों से यह कह रखा था कि वह गर्भवती है। हालांकि हकीकत में आरोपी महिला गर्भवती नहीं थी। फरवरी महीने में आरोपी महिला को हर हाल में एक बच्चा चुराना था, जिसे वह अपना बच्चा बता कर अपने गांव ले जाती। इसी बीच वह लगातार रांची के सरकारी अस्पतालों का चक्कर लगा रही थी। 13 फरवरी को वह रांची के सदर अस्पताल पहुंची और लेबर रूम के आस पास घूमती रही। 14 फरवरी को रांची के पिठोरिया के रहने वाली सबिता देवी ने सदर अस्पताल में एक बच्ची को जन्म दिया। अब आरोपी महिला उसी बच्चे को चुराने के चक्कर में लग गई।
बच्ची की मौसी को झांसा देकर बच्ची ले भागी महिला
सबिता देवी ने मासूम को जन्म दिया तो अस्पताल में उसकी देखभाल करने के लिए अपनी बहन यानी मासूम की मौसी को बुला लिया। इसी बीच सबिता देवी किसी कारणवश मासूम बच्ची को मां का दूध नहीं दे पा रही थी। इसी बात का फायदा आरोपी महिला ने उठाया। आरोपी महिला ने मासूम बच्ची की मौसी को यह कहकर कि वह तंत्र-मंत्र से ऐसा उपाय कर देगी की बच्ची अपनी मां का ही दूध पी पाएगी। इसके बाद मासूम को लेकर उसकी मौसी आरोपी महिला के साथ रांची के पहाड़ी मंदिर पहुंच गई, जहां आरोपी महिला ने कई तरह के पूजा पाठ करवाएं और फिर बच्ची की मौसी के आंखों में पट्टी बांधकर उसे घूंघट ओढ़ कर आधे घंटे बैठने को कहा। इसी बीच आरोपी महिला बच्ची को लेकर फरार हो गई।
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