नई दिल्ली : पेरिस ओलंपिक 2024 में मिक्स्ड पिस्टल टीम में मनु भाकर के साथ ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले भारत के स्टार शूटर सरबजोत सिंह एक बार फिर से सुर्खियों में हैं. एक तरफ जहां हमारे देश के खिलाड़ी एक बढ़िया सरकारी नौकरी के लिए नेशनल में खेलने का लक्ष्य रखते हैं. वहीं, ओलंपिक मेडलिस्ट सरबजोत ने अधिकारी लेवल की सरकारी नौकरी की पेशकश को ठुकराकर एक मिशाल पेश की है.
सरबजोत सिंह ने ठुकराई सरकारी नौकरी
पेरिस में अपने पहले ओलंपिक में मेडल जीतने वाले शूटर सरबजोत सिंह ने एक बड़ा फैसला लिया है. हरियाणा सरकार की तरफ से सरबजोत को सरकारी नौकरी की पेशकश की गई थी, लेकिन उन्होंने शूटिंग पर अपना ध्यान केंद्रित करने के लिए इसे लेने से इंकार कर दिया. सरबजोत को हरियाणा सरकार ने खेल विभाग में उप निदेशक का पद ऑफर किया था, लेकिन उन्होंने शूटिंग को ज्यादा महत्व देते हुए इस पद को लेने से मना कर दिया.
परिवार भी चाहता है अच्छी नौकरी
सरबजोत ने कहा, ‘मैं पहले शूटिंग पर ध्यान देना चाहता हूं. मेरा परिवार भी मुझसे अच्छी नौकरी लेने का दबाव डाल रहा है, लेकिन मैं अभी करना चाहता हूं. मैं अपने कुछ फैसलों के खिलाफ नहीं जा सकता, इसलिए अभी मुझे नौकरी नहीं करनी है’. बता दें कि ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद सरबजोत सिंह ने कहा था कि वह 2026 ओलंपिक में देश को गोल्ड मेडल दिलाएंगे. इसलिए निशानेबाजी पर ध्यान लगाने के लिए उन्होंने सरकारी नौकरी न करने का फैसला किया है.
सीएम नायब सैनी को खेल मंत्री ने की थी मुलाकात
पेरिस ओलंपिक में मिक्स्ड पिस्टल टीम में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले भारतीय निशानेबाज सरबजोत सिंह व मनु भाकर से हरियाणा सीएम नायब सिंह सैनी और खेल राज्य मंत्री संजय सिंह ने चंडीगढ़ स्थित सीएम आवास पर मुलाकात की थी. सीएम ने इस दौरान उन्हें जॉब ऑफर दिया था. खेल राज्य मंत्री ने दोनों निशानेबाज को खेल विभाग में उप निदेशक की नौकरी की पेशकश की थी.