रांची : येलो फीवर का नाम सुनते ही लोगों के होश उड़ जाते है. वहीं जिन्हें यह बीमारी चपेट में ले ले तो वह डिप्रेशन में चला जाता है. लेकिन अब लोगों को टेंशन लेने की जरूरत नहीं है. चूंकि राज्य के सबसे बड़े हॉस्पिटल रिम्स में इसकी शुरुआत हो चुकी है. इतना ही नहीं मात्र 300 रुपए में लोगों को यह वैक्सीन लगाई जा रही है. बताते चलें कि विश्व में 41 देशों की यात्रा करने से पहले येलो फीवर का वैक्सीन लगाना जरूरी है.
मच्छर के काटने से होती है बीमारी
येलो फीवर जिसे हैमरेजिक डिजीज भी कहा जाता हैं. यह बीमारी एडीस मच्छर के काटने से फैलती है. यह बीमारी तेजी से लोगों को अपनी चपेट में लेती है. इतना ही नहीं समय पर इलाज नहीं मिलने की स्थिति में मरीज की मौत भी हो जाती है. इस बीमारी की चपेट में आने से रोकने के लिए लोगों को येलो फीवर का वैक्सीन लगाया जाता है.
रिम्स में परमानेंट सेंटर खुला
रिम्स में इसकी शुरुआत हो चुकी है. लेकिन जानकारी के अभाव में लोग अब भी पड़ोसी राज्यों में जाकर वैक्सीन लगवा रहे है. जबकि रिम्स में अब यह सेंटर हमेशा के लिए खोल दिया गया है. रिम्स के पीएसएम विभाग में वैक्सीनेशन के लिए दो कमरे उपलब्ध कराए गए है. जिससे कि लोग येलो फीवर वैक्सीन लगवा सकते है. यह वैक्सीन सिर्फ उन्हें ही लगाई जाती है जो संबंधित देशों की यात्रा पर जाना चाहते है. इस वैक्सीनेशन के बाद उन्हें सर्टिफिकेट जारी किया जाता है, जिसके बाद ही उन्हें देश में जाने की परमिशन मिलती है.
इन देशों में नहीं है इंट्री
सूची में अफ्रीका के 29 और दक्षिण अमेरिका के 12 देश है. इनमें अंगोला, बेनिन, सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक,कांगो,इथोपिया, केन्या, सिनिकल, गांबिया, घाना, नाइजीरिया, सूडान, ब्राज़ील, कोलंबिया, पनामा, पेरू, इक्वेडोर व फ्रेंच आदि शामिल है.
हफ्ते में दो दिन वैक्सीनेशन
रिम्स में यह वैक्सीनेश गुरुवार और शनिवार को किया जा रहा है. जिसके लिए रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है. रजिस्ट्रेशन के लिए आनलाइन और आफलाइन दोनों की सुविधा दी गई है. आनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए [email protected] डिटेल्स भेजनी होगी या फिर www.rimsranchi.ac.in पर जाकर करा सकते है. रिम्स के सेंटर में जाकर रजिस्ट्रेशन कराना होगा. रजिस्ट्रेशन सुबह के 8:30 से 11:30 बजे तक होगा. वहीं शनिवार और गुरुवार को 12 से 1:00 बजे तक वैक्सीन लगाई जाएगी.