एक्सएलआरआई जमशेदपुर ने 17 वीं ई-पीएआरसीसी टीचिंग केस और सिमुलेशन कंपीटीशन में यूएस अवार्ड से नवाजा गया। इस प्रतियोगिता का आयोजन अमेरिका के सिरैक्यूज यूनिवर्सिटी के मैक्सवेल स्कूल ऑफ सिटीजनशिप एंड पब्लिक अफेयर्स द्वारा आयोजित किया गया था।
जाम्बिया में लड़कियों और महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए स्थायी समाधान
एक्सएलआरआइ के केस रिसर्च एंड सिमुलेशन डिपार्टमेंट सेंटर ( एक्सएल-सीआरएसडीसी ) द्वारा टीचिंग केस स्टडी “जीईडब्ल्यूईएल: जाम्बिया में लड़कियों और महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए स्थायी समाधान” शीर्षक पर प्रोफेसर त्रिलोचन त्रिपाठी और बेनुधर साहू द्वारा तैयार रिसर्च को प्रथम स्थान मिला। एक्सएलआरआइ की ओर से प्रोफेसर त्रिलोचन त्रिपाठी और बेनुधर साहू द्वारा अंतरराष्ट्रीय विकास में संघर्ष और सहयोग मामले में तैयार किये गये रिसर्च को लेकर यह सम्मान किया गया है।
इस मामले में औपचारिक, सर्वसम्मति-उन्मुख, विचार-विमर्श वाली सामूहिक निर्णय लेने की प्रक्रियाओं की गणना की गई, जिन्हें जाम्बिया की महिलाओं और लड़कियों को सशक्त बनाने के लिए डिजाइन की गयी (जीईडब्ल्यूईएल) परियोजना में लागू किया गया था. प्रोफेसर त्रिलोचन त्रिपाठी और बेनुधर साहू द्वारा जाम्बिया में लड़कियों और महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए “सतत् समाधान” शीर्षक वाले केस स्टडी एवं रिसर्च रिपोर्ट लिखा गया। इस अवसर पर एक्सएलआरआई के प्रोफेसर त्रिलोचन त्रिपाठी ने कहा कि इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को जीतने से हमें ”सहयोग”’ की अवधारणा पर और अधिक मामले लिखने के लिए प्रेरणा मिलती है। जिसने समकालीन दुनिया में प्रासंगिकता हासिल कर ली है।
यह व्यक्तियों और संगठनों को आम समस्याओं को हल करने के लिए सामूहिक रूप से काम करने में मदद करता है। जिन्हें किसी भी सरकारी या निजी संस्था द्वारा अकेले प्रबंधित नहीं किया जा सकता है। हमने पता लगाया कि कैसे जाम्बिया में महिलाओं और लड़कियों को सशक्त बनाने के लिए औपचारिक, सर्वसम्मति-उन्मुख, विचार-विमर्श वाली सामूहिक निर्णय लेने की प्रक्रिया को GEWEL परियोजना लागू की गई।