रांची: तमाड़ स्थित प्रसिद्ध देउड़ी मंदिर में आज सुबह आदिवासी समूह द्वारा मुख्यद्वार पर ताला लगाने के बाद से पूजा–अर्चना बंद हो गई है. मंदिर के पुजारी और पाहन को भी बाहर रखा गया है. आदिवासी समूह का कहना है कि यह देवड़ी मंदिर नहीं, बल्कि “दिवड़ीदिरी” है और सरकार को मंदिर के मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए. उनका कहना है कि मंदिर पहले की तरह बिना सरकारी दखल के चलना चाहिए. गौरतलब है कि मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए लगभग 8 करोड़ रुपये की लागत से काम शुरू होने वाला था, जिसे भी रोक दिया गया है. देवड़ी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष बुंडू के एसडीओ हैं. संवेदक ने काम रोके जाने को लेकर तमाड़ थाने में शिकायत दर्ज कराई है. मंदिर के आसपास के इलाकों में इस घटना से तनाव की स्थिति बनी हुई है, और राजनीतिक हस्तक्षेप का भी आरोप लगाया जा रहा है.