रांची : दो दिवसीय आदिवासी दिवस महोत्सव 2023 के राष्ट्रीय स्तरीय कार्यक्रम में लगभग 72 स्टॉल की प्रदर्शनी लगाए गए हैं। जिनमें जनजातीय समूहों के भी स्टॉल होंगे। इसमें झारखंड के 32 जनजातीय समूह के 32 स्टॉल की प्रदर्शनी लगाई गई है। जिसमें 32 जनजातियों के कला-संस्कृति की झलक देखने को मिलेगा। साथ ही राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत जनजातीय स्वयं सहायता समूह के 5 स्टॉल भी लगाये गये हैं। 6 स्टॉल कल्याण विभाग और एक-एक स्टॉल खादी और झारक्राफ्ट के भी हैं। इसके अलावा जोहारग्राम, जोबरा, ट्राइबल इंडियन चेंबर एंड इंडस्ट्री, चाला अखड़ा खोरहा, लाइव आर्टिसन स्टॉल लगे है।

रीझ-रंग रसिका रैली होगी आकर्षण का केंद्र

महोत्सव में रीझ रंग रसिका रैली मुख्य होगी। रैली धुमकुड़िया भवन, करमटोली चौक से जेल रोड स्थित बिरसा मुण्डा स्मृति उद्यान के लिए प्रस्थान करेगी। इस रैली में झारखंड की 32 विभिन्न जनजातीय वाद्य यंत्रों का संगम खास होगा। साथ ही महोत्सव में पारंपरिक जनजातीय उत्पाद व आभूषण आकर्षण का केंद्र रहेंगें। इसके अलावा पारंपरिक आदिवासी आभूषण और पलाश ब्रांड के उत्पादों की प्रदर्शनी और बिक्री की जायेगी। पलाश ब्रांड के तहत राज्य भर की ग्रामीण महिलाएं खाद्य और गैर-खाद्य उत्पादों के उत्पादन, प्रसंस्करण और विपणन के माध्यम से अपनी आजीविका कमा रही हैं। आदिवासी पारंपरिक कला एवं संस्कृति लोगों तक पहुंचाने के मकसद से आदिवा ब्रांड के तहत पारंपरिक आभूषणों को बाजार उपलब्ध कराया जा रहा है।

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