बोकारो: हंस रेजंसी सभागार में शनिवार को एमएसएमई सीडीपी योजना एवं सफूर्ति योजना को लेकर जिला प्रशासन द्वारा कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर उप विकास आयुक्त कीर्तीश्री जी, जीटी भारत की ओर से प्रो. वी. पदमानंद, जी.टी भारत के निदेशक रिशु रवि आदि ने किया. मौके पर बियाडा से संबंधित सभी उद्यमी, स्टेक होल्डर्स, वेंडरा क्लस्टर, इंजीनीयरिंग क्लस्टर, विभिन्न किसान उत्पादक कंपनियों के निदेशक, उद्यमी आदि उपस्थित थे.
मौके पर अपने संबोधन में उप विकास आयुक्त कीर्तीश्री जी. ने कहा कि एमएसएमई सीडीपी योजना एवं स्फूर्ति योजना सरकार की महत्वकांक्षी योजना है. एमएसएमई सीडीपी योजना का उद्देश्य प्रौद्योगिकी, कौशल और गुणवत्ता में सुधार, बाजार पहुंच, पूंजी तक पहुंच आदि जैसे सामान्य मुद्दों को लेकर सूक्ष्म और लघु उद्यमों (एमएसई) की उत्पादकता की स्थिरता और विकास का समर्थन करना है. किसी परियजोना को शुरू करने में आने वाली समस्याओं को जानना और उसका कैसे हम समाधान कर सकते हैं, इस पर विशेषज्ञों द्वारा जानकारी प्राप्त कर उनके कार्य अनुभव को इस कार्यशाला में सिखना है.
इसी तरह स्फूर्ति योजना का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक ढंग से काम कर रहे उद्योगों का तथा उनके कारीगरों का कौशल विकास करना है. इसके लिए उन्हें फंडिंग में सहयोग तथा विशेष प्रकार की प्रशिक्षण भी प्रदान की जाएगी. इससे उद्योगों में स्थिरता बनी रहेगी और रोजगार में भी बढ़ोतरी आएगी. योजना के माध्यम से कारीगरों को आधारतभूत उपकरणों और सुविधाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाएगी जिससे कि उनको काम करने में आसानी हो. उप विकास आयुक्त कीर्तीश्री जी. ने कहा कि व्यक्तिगत कार्य के बजाए संगठित होकर अगर काम करेंगे तो सभी आगे बढ़ेंगे. उन्होंने कहा कि हमें पारंपरिक अभ्यासों को बचाना है, साथ ही नई तकनीकों को भी अपनाना होगा. बाजार के अनुरूप अपने उत्पादों को समृद्ध करना होगा.
कार्यशाला में जी.टी भारत द्वारा सौ से अधिक क्लस्टर का विभिन्न राज्यों में सफल अधिष्ठापन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले प्रोफेसर वी. पदमानंद द्वारा सफल क्लस्टर और प्रक्रिया की पद्धति, प्रक्रिया का क्रम, संगठन को मजबूत बनाना, विश्वास निर्माण, बाजार नेटवर्किंग, कंसोर्टिया को परिभाषित करना, क्लस्टर मूल्य श्रृंखला विकास के माध्यम से परिचालन दक्षता और उत्कृष्टता, बदलते प्रतिमान सरकार – पीपीपी मोड पर संयुक्त उन्नयन के माध्यम से प्रौद्योगिकी और मूल्य श्रृंखला की कमियों को दूर करना, अपने लंबे कार्य अनुभाव आदि पर विस्तार से जानकारी दी.
कार्यशाला में प्रतिभागियों से क्रमवार प्रश्न – उत्तर सुझाव आदि भी प्राप्त किया गया. मौके पर जेएसएलपीएस के डीपीएम प्रकाश रंजन, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार, एमएसएमई के साकिब,संबंधित विभागों के पदाधिकारी, जीटी भारत के अधिकारी, उद्योग केंद्र के अधिकारी आदि उपस्थित थे.