रांची: नाथ हॉस्पिटल की ओर से इस वर्ष कैंसर जागरूकता शिविर का आयोजन अशोकनगर के नये भवन 215 सी रोड नं.1 में किया गया. रांची ऑब्स एंड गायनेकोलॉजिस्ट सोसाइटी और ऑल इंडिया विमेंस एसोसिएशन (एआईडब्ल्यूसी) के सहयोग से लगाए गए कैंप में पुरुषों के अलावा लगभग 60 महिलाओं ने भी भाग लिया. जागरूकता कार्यक्रम को सफल बनाने में 12 डॉक्टरों ने अपना बहुमूल्य समय दिया. डॉ उषा रानी ने कैंसर जागरूकता के तहत की अहम जानकारी दी. साथ ही बताया कि समय पर कैंसर का पता लग जाने पर ठीक करने या रोकने में मदद मिलेगी. बता दें कि 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस होने के कारण इस पूरे महीने जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं.
महिलाएं कैंसर की चपेट में
आरजेएस कैंसर अस्पताल कटहल मोड़ की डॉ पल्लवी पांडे ने स्तन कैंसर इसके बचाव के उपाय, शीघ्र निदान, लक्षण और जीवन बचाने के लिए उपचार के बारे में विस्तार से बात की. उन्होंने कहा कि स्तन कैंसर की चपेट में ज्यादातर महिलाएं है. डॉ उषा नाथ ने सर्वाइकल कैंसर की जांच और रोकथाम के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा कैंसर है जिसे स्क्रीनिंग और कम उम्र (9 से 15 वर्ष) में टीकाकरण से पूरी तरह से रोका जा सकता है. भारत सरकार ने अपने बजट में इस वैक्सीन को नवंबर 24 से सामान्य टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल करने का निर्णय लिया है.
2030 तक सर्वाइकल कैंसर को करेंगे खत्म
डब्ल्यूएचओ ने सलाह दी है कि टीकाकरण के साथ स्क्रीनिंग से वर्ष 2030 तक सर्वाइकल कैंसर को रोका जा सकेगा. इसके बाद डॉ. पूजा और डॉ. रंजन देब ने कैंसर को दूर रखने में ओरल हेल्थ के महत्व के बारे में बात की. डॉ. मिन्नी अखौरी ने बच्चों में कैंसर के खतरे के बारे में बताया. डॉ शोभा चक्रवर्ती ने बचाव के लिए जागरूकता के कदम उठाने पर जोर दिया. मौके पर डॉ सुमन सिन्हा, डॉ पल्लवी, डॉ रश्मि और डॉ अर्चना पाठक डॉ माया वर्मा एवं डॉ सुमेधा ने भी योगदान दिया.
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