JoharLive Team

रांची। पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के पेट्रोल पंप से बरामद 25.30 लाख मामले में गवाही देने रांची आये गुजरात के व्यवसायी नवीन पटेल सुरक्षित लौट आये है। रांची से लापता होने के बाद व्यवसायी नवीन मुंबई चले गए थे। मुंबई से नवीन ने अपने बेटे को मोबाइल पर संपर्क कर जानकारी दी। जिसके बाद नवीन के बेटे ने यह जानकारी रांची पुलिस को दी। इसके बाद रांची पुलिस ने व्यवसायी नवीन से संपर्क कर रांची आने को बोला। फिर व्यवसायी ने बेटे से फ्लाइट का टिकट रांची का करवाया और बुधवार की शाम मुंबई से रांची पहुंचा है। व्यवसायी नवीन के रांची आने के बाद पुलिस ने अपने कब्जे में रखा है। एनआईए और रांची पुलिस की टीम नवीन से पूरे मामले में संयुक्त रूप से पूछताछ कर रही है।
हालांकि, इससे पूर्व एसएसपी अनीश गुप्ता ने सिटी एसपी हरिलाल चौहान के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया था। जिसमें सीसीआर डीएसपी आनंद लांगुरी, हटिया डीएसपी प्रभात रंजन बरवार और साइबर सेल की टीम थी।

28 जुलाई को दर्ज करवाया था व्यवसायी ने बयान

पुलिस के अनुसार व्यवसायी नवीन ने 28 जुलाई को रांची पहुंच कर अपना बयान दर्ज करवाया था। रांची में बयान देने के बाद व्यवसायी को एनआईए ने मुक्त कर दिया था। इसके बाद 29 को एनआईए ने बयान का वेरिफिकेशन के लिए दोबारा बुलाया था, लेकिन वह नहीं आया। इसके बाद नवीन का मैसेज उनके परिजनों के पास पहुंचा। जिसमें सुसाइड करने से संबंधित मैसेज था। इसके बाद परिजनों ने रांची पुलिस को जानकारी देने कर खोजने का आग्रह किया है।

पीएलएफआई सुप्रीमो का पैसा 25.30 लाख हुआ था बरामद

नोटबंदी के समय बेड़ो से रेखा पेट्रोल पंप मालिक को 25.30 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद पुलिस ने दावा किया था कि जब्त पैसे पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप का था। पुलिस और एनआईए टेटर फंडिंग के नेटवर्क को तोड़ने में जुटी है। इसी सिलसिले में झारखंड में लगातार कार्रवाई होती रही और दिनेश गोप के कई ठिकानों पर एनआईए ने छापेमारी कर सामान व पैसे जब्त किया है। हालांकि, एनआईए की कार्रवाई अभी भी जारी है। जबकि, सूत्रों की मानें तो दिनेश गोप एक करोड़ कालेधन को व्हाइट मनी बनाना चाहता था। जिसकी जानकारी एनआईए को मिली तो 10 नवंबर 2016 को 25.30 लाख रूपये पकड़ा था। यह रकम पेट्रोल पंप के मालिक नंद किशोर महतो तक कामडारा निवासी ठेकेदार यमुना प्रसाद ने पहुंचाया था।

पीएलएफआइ के निवेशक सुमंत से जुड़े हैं तार

नोटबंदी के दौरान बीते 10 नवंबर 2016 को पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप के 25 लाख रुपये बेड़ो से बरामद किए गए थे। ये पैसे एक पेट्रोलपंप संचालक को बदली के लिए भेजा था। कांड के अनुसंधान में एनआइए ने निवेशक सुमंत साव, जितेंद्र सिंह को हाल में गिरफ्तार किया था। सुमंत लेवी के पैसों का निवेश शेल कंपनियों व पावर प्लांट लगाने के नाम पर कर रहा था। एनआइए की जांच में यह बात सामने आयी थी कि सुमंत ने लाइजनिंग के लिए नवीन से भी संपर्क किया था। इस मामले में एनआइए ने पहली बार 29 अप्रैल को नवीन को गवाही देने के लिए रांची बुलाया था। उस समय वे हाजिर नहीं हुए थे, दोबारा 28 जुलाई को तिथि निर्धारित कर बुलाया गया था। पुलिस आशंका जता राही है कि टेरर फंडिंग के मामले में खुद के फंसने के डर से गायब हो गए थे।

परिजनों को वाट्सएप पर भेजा था सुसाइड नोट

मंगलवार की सुबह 5 बजे नवीन भाई जयंति भाई पटेल ने अपने साले भगवान भाई पटेल को वाट्सएप पर सुसाइड नोट वाली मैसेज भेजा। वाट्सएप मैसेज में नवीन ने जीवन से उबकर सुसाइड करने की बात लिखी थी। कहा था कि बच्चों का खयाल रखना। इसके बाद परिजनों ने पटेल समाज के अध्यक्ष तुलसी पटेल की मदद से रांची पुलिस से नवीन पटेल को ढूंढने की गुहार लगाई थी।

होटल के मैनेजर से भी पुलिस ने की थी पूछताछ

एनआई ने नवीन भाई जयंत भाई पटेल के गायब होने की जानकारी रांची पुलिस से मिलने के बाद होटल रिवर व्यू पहुंची थी। एनआईए ने होटल के मैनेजर से पूछताछ किया। मौके पर पुलिस ने नवीन के सारे सामान जब्त किए हैं। नवीन रात में सारे सामान छोड़कर होटल से गए थे।

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