बोकारो : चंद्रपुरा प्रखंड के कर्माटांड़ पंचायत में एक ऐसा नव प्राथमिक विद्यालय है, जिसे परसाडीह गांव के पीछे पहाड़ी जंगलों में बनाया गया है. विद्यालय में चार दिवारी नहीं, आने जाने के लिए कोई पक्का रास्ता नहीं और न ही पेयजल का उचित प्रबंध ही है. एक चापानल है जिससे गंदा पानी निकलता है. इस पानी को बच्चे पी कर बीमार होते रहते हैं. रसोईया भी खाना इसी पानी से बनाती हैं दूसरा और कोई उपाय ही नहीं. इतना ही नहीं विद्यालय के चारों ओर जंगली जानवर भी मंडराते रहते हैं. इस विद्यालय में 50 छोटे बच्चे शिक्षा ग्रहण करने आते हैं. ऐसे में कहीं न कहीं इन बच्चों की पढ़ाई के साथ जान भी खतरे में है. विद्यालय में मात्र दो ही शिक्षक हैं.
विद्यालय के प्रधानाध्यापक उमाशंकर महतो का कहना है कि इस विद्यालय में एक पक्की सड़क, चारदीवारी और पानी की उचित प्रबंधन हो जाए तो काफी हद तक समस्या का समाधान हो जाएगा. बहुत सारे अभिभावक इन समस्या को देख अपने बच्चों को यहां नहीं भेजते हैं.
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