Ranchi : ‘घर का भेदी लंका ढाये’ वाली कहानी हो गयी आशीर्वाद आटा के मैनेजर सुमित गुप्ता के साथ। उनकी दुकान का ही पूर्व स्टाफ चंद्रशेखर कुमार सिन्हा पूरे कांड का मास्टरमाइंड निकला। उसी की प्लानिंग के तहत वारदात को अंजाम दिया गया था। इस काम में चंद्रशेखर सिन्हा का साथ उसके चार साथियों ने दिया था। उनके नाम राजेश श्रीवास्तव, संतोष कुमार, कारू सिंह और प्रकाश साव बताये गये। वहीं, प्रकाश साव की बहन पूनम देवी, उसकी पत्नी नीलम देवी और कांड के मास्टरमाइंड चंद्रशेखर सिन्हा की पत्नी साधना सिंह उर्फ प्रीति सिन्हा को भी गिरफ्तार किया गया है। इल्जाम है कि कांड को अंजाम देने के बाद लूटे गये पैसे, हथियार और गोलियां छुपाने में इन तीनों ने संदेही गुनहगारों की मदद की थी। इस बात का खुलासा आज रांची पुलिस कप्तान चंदन कुमार सिन्हा ने किया।
पुलिस कप्तान चंदन सिन्हा ने मीडिया को बताया कि बीते 30 दिसंबर को रांची के ओटीसी ग्राउंड के पास दिन दहाड़े आशीर्वाद आटा के मैनेजर सुमित से 13 लाख रुपये लूट लिये गये थे। वहीं बीच बचाव करने आये स्टार होटल के मैनेजर सुमित कुमार को गोली मार दी गयी थी। कांड का खुलासा करने के लिये तेज तर्रार पुलिस अधिकारी कोतवाली DSP प्रकाश सोय की देखरेख में SIT गठित की गयी थी। CCTV फुटेज खंगालने के बाद पुलिस ने एक संदेही गुनहगार की तस्वीर भी जारी की थी। तफ्तीश के दरम्यान बीते कल यानी चार दिसंबर को DSP को इंफॉर्मेशन मिली कि मैनेजर से लूटपाट और फायरिंग करने वाले बदमाश रिंग रोड से पिस्का मोड़ की ओर जा रहे हैं। मिली इंफॉर्मेशन पर इटकी रोड दिपाटोली मोड़ के पास गाड़ियों की चेकिंग शुरू की गयी। इसी दौरान एक बाइक पर सवार तीन लोग पुलिस को देख बाइक छोड़ भागने लगे। तीनों को घेर कर दबोच लिया गया। तलाशी लेने पर चंद्रशेखर के पास से पांच गोली से लोडेड देशी पिस्टल और राजेश श्रीवास्तव के पास से 12 बोर का देशी कट्टा एवं चार जिंदा गोलियां जब्त की गयी। पूछताछ में तीनों ने कबूल किया कि 30 दिसंबर को आशीर्वाद आटा के मैनेजर के साथ लूटपाट इन लोगों ने ही की थी।
वहीं, चंद्रशेखर सिन्हा ने पुलिस को दिये अपने बयान में बताया कि वह पहले उसी दुकान में काम करता था। उसे उस दुकान के बारे में सब पता था। कब पैसा बैंक जाता है। उसे यह तक पता था कि सोमवार के रोज सबसे ज्यादा पैसा बैंक में डिपॉजिट किया जाता है। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर मैनेजर को लूटने की योजना बनायी। पहले 2 दिसंबर को लूटने की प्लानिंग की गयी थी, पर उस रोज वे लोग काम को अंजाम नहीं दे पाये। इसके बाद अगले सोमवार यानी 30 दिसबंर के लिये रेकी की गयी। उस रोज दिन के करीब साढ़े बारह बजे जब मैनेजर सुमित ओटीसी ग्राउंड के स्थित ICICI बैंक के पास पहुंचे, तब पहले से घात लगाये अपराधियों ने लूटकांड को अंजाम दिया। वहीं, बीच-बचाव करने आये स्टार होटल के मैनेजर सुमित कुमार को गोली मार दी और फरार हो गये।
पुलिस कप्तान ने बताया कि गिरफ्तार राजेश श्रीवास्तव के खिलाफ रांची और रामगढ़ के अलग-अलग थानों में कुल 12 मामले दर्ज हैं। वहीं, चंद्रशेखर सिन्हा के खिलाफ रांची के सुखदेवनगर थाना में एक और संतोष कुमार सिंह के खिलाफ रामगढ़ थाना में एक मामला दर्ज है।
इस कांड का खुलासा करने में कोतवाली DSP प्रकाश सोय, ट्रेनी DSP दूसरू बान सिंह, कोतवाली थानेदार इंस्पेक्टर आदिकांत महतो, सुखदेवनगर थानेदार इंस्पेक्टर मनोज कुमार, पंडरा ओपी प्रभारी मनोज कुमार, पुंदाग ओपी प्रभारी कृष्णा कुमार, ST/SC थानेदार महेश मुंडा, महिला थानेदार रेणुका टुडू, SI प्रेम हांसदा, नागेश्वर साव, शंकर टोप्पो, सहावीर उरांव, टेक्निकल सेल के ASI फैसल और अजमत कुमार की सराहनीय भूमिका रही।
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