Madhepura (Bihar) : मधेपुरा पुलिस ने अपने ही 31 पुलिस पदाधिकारियों के खिलाफ FIR दर्ज कर कार्रवाई की है. यह कदम राज्य के DGP विनय कुमार के निर्देश पर उठाया गया है, जिससे पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है. DGP ने आपराधिक मामलों की जांच में देरी को लेकर नाराजगी जताते हुए सभी जिलों के SP को निर्देश दिए थे कि वे उन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सख्त कदम उठाएं, जो मामलों की जांच अधूरी छोड़कर बैठें हैं.
मधेपुरा के SP ने विभागीय समीक्षा की, जिसमें कई अधिकारियों की लापरवाही उजागर हुई. केवल टाउन थाना की समीक्षा में ही 31 पुलिस अधिकारियों की लापरवाही सामने आई. कई अधिकारियों ने 10 से 12 साल पुराने मामलों की जांच अधूरी छोड़ दी थी. इसके अलावा मधेपुरा सदर थाना में 2013 से 2019 तक के लगभग 100 मामलों की जांच अब तक पूरी नहीं हो पाई थी.
इसमें सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि एक सब-इंस्पेक्टर (SI) अकेले 36 मामलों की फाइलें दबाकर बैठा हुआ था. सदर थानाध्यक्ष विमलेंदु कुमार ने बताया कि संबंधित अधिकारियों को बार-बार पत्र लिखकर जांच पूरी करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. अब, इन 31 पुलिस अधिकारियों के खिलाफ FIR दर्ज हो चुकी है और उनके खिलाफ निलंबन से लेकर बर्खास्तगी तक की कार्रवाई हो सकती है. डीजीपी के इस कड़े कदम से बिहार पुलिस विभाग में सख्ती और अनुशासन लागू करने का स्पष्ट संदेश दिया गया है.
मामला दर्ज 31 पुलिस अधिकारियों के नाम
- SI महेश कुमार यादव
- SI रविश रंजन
- गणेश प्रसाद
- ASI बिंदेश्वर राम
- SI गोपाल कृष्ण
- ASI प्रेमचंद्र पासवान
- SI सियावर मंडल
- SI किशोर कुमार
- SI उमेश पासवान
- ASI अनिल कुमार सिंह
- SI अनंत कुमार
- SI पशुपति सिंह
- ASI विनोद कुमार मिश्रा
- SI राजेश चौधरी
- SI रामाश्रय शर्मा
- ASI सुभाष चंद्र नारायण
- SI लक्ष्मण राम
- SI अशोक कुमार साह
- SI प्रवीण ठाकुर
- ASI मदन मोहन सिंह
- SI नितेश कुमार
- ASI नंदकिशोर सिंह
- ASI चंदेश्वर राम
- SI सत्येंद्र नारायण सिंह
- SI सुरेश राम
- महेश कुमार रजक
- SI पशुराम दास
- SI गंगा सागर
- SI रविंद्र प्रसाद सिंह
- SI नवीन कुमार सिंह
- SI महेश कुमार यादव
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