लखनऊ: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस में सत्संग में हुई भगदड़ की घटना की न्यायिक जांच कराने का फैसला किया है. जांच के लिए आगरा एडीजी की अध्यक्षता में एसआईटी गठित की गई है. जिसकी पूरी निगरानी सीएम खुद कर रहे हैं. उन्होंने 24 घंटे के अंदर जांच रिपोर्ट मांगी है. बता दें कि आज सुबह उन्होंने घटनास्थल का दौरा किया और अधिकारियों से बात भी की.

उन्होंने अब तक की जांच में जो बातें सामने आई हैं, उनकी रिपोर्ट देखी. प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि, “क्या यह हादसा था या साजिश और अगर साजिश थी तो इसमें कौन शामिल है. इन सभी पहलुओं को जानने के लिए हम न्यायिक जांच भी कराएंगे जो हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में होगी.” मुख्यमंत्री ने कहा, “प्रशासन और पुलिस के रिटायर्ड अधिकारियों को इसमें रखकर हम घटना की तह तक पहुंचेंगे और इसके लिए जो भी दोषी पाया जाएगा, उसे सजा मिलेगी.

” योगी आदित्यनाथ ने कहा, “ऐसी घटना की पुनरावृत्ति रोकने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार की जाएगी, ताकि भविष्य में किसी भी ऐसे बड़े आयोजन में इसे लागू किया जा सके. इन सभी बातों को सुनिश्चित किया जाएगा.” बता दें कि मंगलवार को हाथरस के सिकंदराराऊ क्षेत्र के फुलेराई गांव में नारायण साकार विश्व हरि के नाम से प्रसिद्ध ‘भोले बाबा’ के सत्संग में लाखों की संख्या में अनुयायी पहुंचे थे.

इस दौरान भगदड़ मच गया. जिससे अब तक 121 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 28 लोग गंभीर रूप से घायल हैं. जिसको लेकर सीएम योगी ने सरकारी अस्पताल में पहुंचकर घायलों से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना. बता दें कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाथरस हादसे पर दुख जताते हुए शोक संदेश भेजा  है.

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