बोकारो: झारखंड विधानसभा के चुनाव की घोषणा साथ ही पूरे राज्य में सरगर्मी काफ़ी बढ़ गई। झारखंड प्रदेश के कुछ विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं जहां पूरे प्रदेश की निगाहें इनपर टिकी हुई रहती है। कांग्रेस की तरफ से इस विधानसभा चुनाव में बेरमो सीट से युवा प्रत्याशी कुमार जय मंगल उर्फ़ अनूप सिंह पर भरोसा जताया गया है। वहीं इस सीट पर दो दफा कांग्रेस के दिग्गज नेता स्वर्गीय राजेंद्र प्रसाद सिंह को पटकनी देने वाले योगेश्वर महतो बाटुल भी टिकट की दावेदारी में काफी जोर आजमाइश किये लेकिन टिकट नहीं हो सका। भाजपा की तरफ से जारी लिस्ट में पार्टी पांच बार के सांसद रहे रविंद्र कुमार पांडे पर अपना विश्वास दिखाते हुए टिकट दिया गया है। बात करें बेरमो विधानसभा की तो यहा संभवतः दो पक्षों के बीच ही आमने-सामने की लड़ाई सुनिश्चित होती दिखाई दे रही है। इनमें वर्तमान विधायक रहे कुमार जयमंगल द्वारा 4 वर्षों के कार्यकाल में जनता की समस्याओं को देखते हुए किए गए विकास कार्यों के कारण आवाम के बीच उनकी दावेदारी मजबूत हैं।
वहीं दूसरी ओर भाजपा के प्रत्याशी रविंद्र कुमार पांडे के जो लगातार पांच बार गिरिडीह संसदीय क्षेत्र से सांसद रह चुके हैं। बता दें रवींद्र का राजनीतिक परिपेक्ष में एक लंबा अनुभव रहा है। पर सवाल है कि क्या संसदीय क्षेत्र में किए गए कार्य व मोदी फैक्टर द्वारा इस विधानसभा के चुनाव में बेरमो की जनता को लुभाने में समर्थ रह पाएंगे। तत्काल परिस्थितियों के आकलन से पता चलता है कि इस बार इन दोनों के बीच में ही टक्कर संभावित होगी। वर्तमान स्थिति में जनता भी काफी असमंजस में है कि अगर दोनों प्रत्याशी एक दूसरे के सामने होंगे तो वोट किसे दिया जाय। अनूप सिंह कांग्रेस के गढ़ और अपने पिता के विरासत को बचाने में सफल होते हैं या रविंद्र पांडे अपने राजनीतिक जमीन को फिर से बचा पाते हैं यह तो चुनावी घोषणा के बाद ही पता चल पाएगा।