Joharlive Desk
नई दिल्ली। भारतीय खुफिया एजेंसियों ने भारत के मोस्ट वांटेड दाऊद इब्राहिम का एक नया डोजियर (फाइल) तैयार किया है, जो कि मोस्ट वांटेड अपराधी के ग्लोबल ऑपरेशन में महत्वपूर्ण व गहरी जानकारी मुहैया कराता है। यह न सिर्फ मोस्ट वांटेड के कार्यों के विस्तृत परतों और उसकी कंपनियों के नामों का खुलासा करता है, बल्कि यकीनन यह उसके ड्रग्स व्यापर में शामिल कर्मियों से लेकर जुआ/सट्टेबाजी और आतंकवाद से जुड़े नेटवर्क का भी पदार्फाश करता है।
दाऊद की कंपनियों की सूची का भी इस डोजियर में उल्लेख है। हालांकि वो रहता तो पाकिस्तान में है, लेकिन उसकी सभी जानी मानी कंपनियों का पता दुबई के हैं। उसकी कंपनियों के नाम ओएसिस ऑइल एंड लुब एलसीसी, दुबई, अल-नूर डायमंड्स, दुबई, ओएसिस पावर एलसीसी, दुबई, डोल्फिन कंस्ट्रक्शन, ईस्ट वेस्ट एयरलाइंस (फिलहाल बंद है), किंग वीडियो, दुबई, मोइन गारमेंट्स, दुबई है।
यह सूची, ड्रग्स से लेकर आतंकी अपराध तक सभी जानकारी अलग-अलग नामों और संबंधित व्यक्तियों की जिम्मेदारियों का विवरण भी देता है। डी-कंपनी को चलाने वाले उसके परिवार के सदस्य और गुर्गों के नाम भी इसमें दिए गए हैं।
यहां फिर से आश्चर्यचकित करने वाला नाम डॉक्टर या यू कहें कि जावेद चुटानी का सामने आ रहा है। वह आपराधिक कांडों में बराबर का भागीदार माना गया है। इसके बाद दाऊद का भाई अनीस और छोटा शकील का स्थान है, जो कि अंडरवल्र्ड डॉन के सबसे भरोसेमंद सहायकों में से हैं।
जावेद चुटानी उर्फ डॉक्टर-
यह पाकिस्तान का निवासी है, जो लगातार दाऊद के संपर्क में है। वहीं दुबई में भी उसका निवास-स्थान है। विवरण के अनुसार, जावेद चुटानी पेशे से सट्टेबाज भी हैं, साथ ही रियल एस्टेट में भी उसकी दिलचस्पी है। वह दाऊद का बहुत करीब है और उसके साथ पारिवारिक संबंध भी हैं। संभावना है कि वह कराची के उसी इलाके में रह रहा है, जहां दाऊद रहता है।
जावेद चुटानी की बेटी संभवत: ब्रिटेन में रह रही है, क्योंकि उसे ब्रिटेन के फोन नंबर का प्रयोग करते हुए पाया गया था। उसके वर्तमान जुए का खाता ‘कामरान’ के नाम से चलता है। वह दिलीप दुबई (दुबई में बसा एक भारतीय) और शोएब (दुबई में बसा एक भारतीय) के संपर्क में है। चुटानी तारिक (दुबई निवासी) और दाऊद के बीच संदेशवाहक का काम भी करता है।
अनीस इब्राहिम-
यह दुबई के नंबर का इस्तेमाल करता है। छोटा शकील की बेटी की शादी के लिए उसे एक अज्ञात व्यक्ति को होटलों की बुकिंग के बारे में सूचित करते हुए पाया गया है। हालांकि बुकिंग करने में मुश्किल (शायद आमंत्रितों की अधिक संख्या होने से) होने के कारण उसने होटल की बुकिंग की सुविधा के लिए मुंबई के एक चौधरी से बात की थी।
हालांकि दोनों की बातचीत कोडवर्ड में हुई थी, क्योंकि अनीस को ‘समझ गया ना’ कहता हुआ पाया गया था। इससे पहले अनीस ने दाऊद की बहन हसीना पारकर की मौत के 40वें दिन किसी कलीम के जरिए अली शाह को पैसे भेजे थे।