Joharlive Desk
नई दिल्ली। क्रिकेट का खेल ऐसा है जिसमें अनिश्चितताएं काफी ज्यादा होती है। क्रिकेट के खेल में एक दिन शतक जड़ने वाला बल्लेबाज अगले दिन जीरो रन पर आउट हो जाता है। कई बार बेहतरीन फॉर्म वाला बल्लेबाज भी क्रिकेट में फ्लॉप हो जाता है। फ्लॉप होने वाला खिलाड़ी अचानक फॉर्म में वापस आ जाता है।क्रिकेट के खेल में शुरू से लेकर लम्बे समय तक पारंपरिक चीजें ही देखने को मिलती थी। कोई बदलाव और चौंकाने वाली चीजें बहुत कम हुआ करती थी। गेंदबाज अपना काम करता था। बल्लेबाज अपनी बल्लेबाजी करते थे और विकेटकीपर का काम विकेट के पीछे होता था। समय के साथ चीजों में भी बदलाव देखने को मिला। पिछले दो दशक में कुछ बातें ऐसी देखने को मिली है जिसकी कल्पना क्रिकेट पंडितों और दर्शकों ने नहीं की होगी। कुछ विकेटकीपरों ने गेंदबाजी करते हुए विकेट चटकाते हुए चौंकाया है उन चुनिन्दा घटनाओं का जिक्र इस आर्टिकल में किया गया है।
- अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में विकेट लेने वाले विकेटकीपर
मार्क बाउचर- दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज के बीच एंटिगा टेस्ट मैच में मार्क बाउचर ने गेंदबाजी की। बाउचर ने गेंदबाजी करते हुए धीमी गेंद पर ड्वेन ब्रावो का विकेट झटका। हालांकि वह मैच ड्रॉ रहा था और यही वजह थी कि कप्तान ने उन्हें गेंद थमाई। विकेट लेने की उम्मीद उनसे किसी ने नहीं की होगी।
तातेंदा तैबू- श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज के दौरान तैबू ने गेंदबाजी करते हुए दो विकेट चटकाए। बुलावायो में खेले गए पांचवें वनडे में उन्होंने दो खिलाड़ी आउट किये। एक अन्य मैच में भी श्रीलंका के खिलाफ गेंदबाजी करते हुए उन्होंने सनथ जयसूर्या को आउट किया था। यह मैच हरारे में खेला गया था। 2004 में यह मुकाबला खेला गया था।
महेंद्र सिंह धोनी- महेंद्र सिंह धोनी ने 2009 की चैम्पियंस ट्रॉफी में गेंदबाजी करते हुए विकेट चटकाया। उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ गेंदबाजी करते हुए ट्रेविस डॉवलिन को आउट किया। धोनी की गेंद पड़ने के बाद अंदर की तरफ आई और बल्लेबाज का विकेट ले उड़ी। भारतीय टीम ने मैच में विंडीज को आसानी से हरा दिया था। माही ने दो ओवर में 16 रन देकर 1 विकेट चटकाया।