नई दिल्ली: पति-पत्नी के झगड़े किस घर में नहीं होते. वहीं रूठना-मनाना भी चलता रहता है. लेकिन एक पति को पत्नी को स्कूटी पर नहीं घुमाना महंगा पड़ गया. पत्नी इतनी नाराज हो गई कि बच्चे को लेकर मायके चली गई. इसके बाद मामला कोर्ट में पहुंच गया. जहां कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया और दोनों की सुलह हो गई.
क्या है मामला
मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में नेशनल लोक अदालत में एक अनोखा और दिल छूने वाला मामला सामने आया है. एक पति-पत्नी के बीच की काउंसलिंग के दौरान एक स्कूटी ने उनके रिश्ते में सुधार की राह खोली. नीमच निवासी मनोज और मंदसौर की निवासी श्वेता की शादी अप्रैल 2021 में हुई थी. कुछ समय बाद ही श्वेता ने एक बेटी को जन्म दिया. हालांकि, शादी के कुछ समय बाद दोनों के बीच झगड़े शुरू हो गए और श्वेता अपने मायके चली गई. मनोज ने श्वेता को वापस लाने की कोशिश की, लेकिन असफल रहे. अंततः मनोज ने तलाक की अर्जी दायर कर दी. नेशनल लोक अदालत में आयोजित काउंसलिंग के दौरान खुलासा हुआ कि मनोज और श्वेता एक ही कपड़े की दुकान में काम करते थे और उन्होंने अपनी जमा पूंजी से एक बैंगनी रंग की स्कूटी खरीदी थी. हालांकि, मनोज अकेले स्कूटी का उपयोग करता था, जबकि श्वेता को पैदल या ऑटो से जाना पड़ता था. इस मुद्दे ने दोनों के बीच तनाव बढ़ा दिया और श्वेता मायके चली गई.
कोर्ट ने महिला के हक में दिया फैसला
अदालत ने मनोज से पूछा कि स्कूटी किसके पसंद की थी. मनोज ने श्वेता की तरफ इशारा किया, जिससे अदालत ने फैसला किया कि मनोज को श्वेता को स्कूटी पर घुमाना होगा और स्कूटी का रजिस्ट्रेशन भी श्वेता के नाम पर करवाना होगा. इस आदेश ने श्वेता को खुशी दी और दोनों ने एक साथ रहने का निर्णय लिया.
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