सावन माह भगवान शिव का सबसे प्रिय माह है. इसका प्रारंभ 14 जुलाई दिन गुरुवार को हो रहा है. इस दिन से श्रावण माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरूआत होगी. सावन के सोमवार व्रत का विशेष महत्व होता है. जिन लोगों को अपने लिए योग्य जीवनसाथी की तलाश होती है, उन लोगों को सावन सोमवार का व्रत करना चाहिए. यदि आप पूरे वर्ष सोमवार का व्रत रखना चाहते हैं, तो आप सावन के सोमवार व्रत से इसका शुभारंभ कर सकते हैं.
पहला सावन सोमवार व्रत 2022
इस साल सावन माह का पहला सोमवार व्रत 18 जुलाई को है. पंचांग के अनुसार, इस दिन सावन माह के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि है. षष्ठी तिथि का प्रारंभ 17 जुलाई को रात 11 बजकर 24 मिनट पर हो रहा है और इसका समापन 18 जुलाई को रात 10 बजकर 19 मिनट पर होगा.
पहला सावन सोमवार 2022 मुहूर्त
सावन का पहला सोमवार व्रत रवि योग में पड़ रहा है. इस दिन रवि योग प्रात: 05 बजकर 40 मिनट से अगले दिन 19 जुलाई 02:42 एएम तक है. रवि योग को मांगलिक और शुभ कार्यों के लिए अच्छा माना जाता है. 18 जुलाई को आप सुबह 05:40 बजे के बाद से सावन सोमवार व्रत की पूजा कर सकते हैं.
हालांकि भगवान शिव की पूजा में राहुकाल आदि नहीं देखते हैं. आप कभी भी पूजा कर सकते हैं. जानकारी के लिए बता दें कि सावन सोमवार व्रत के दिन राहुकाल सुबह 07 बजकर 31 मिनट से सुबह 09 बजकर 21 मिनट तक है. इस दिन पंचक पूरे दिन रहेगा.
सावन सोमवार व्रत के दिन भद्रा रात में 10 बजकर 19 मिनट से अगले दिन 19 जुलाई को सुबह 05 बजकर 41 मिनट तक है.
सावन सोमवार व्रत का महत्व
1. योग्य जीवनसाथी की कामना से इस व्रत को रखा जाता है.
2. जीवन में सुख और शांति के लिए भी आप यह व्रत रख सकते हैं.
3. सोमवार व्रत रखने से ग्रह दोष को शांत कर सकते हैं. चंद्र दोष को दूर करने के लिए अच्छा उपाय है.
4. धन, धान्य, समृद्धि, आरोग्य आदि की प्राप्ति के लिए भी यह व्रत रखा जाता है.