India-Bangladesh News: भारत और बांग्लादेश के बीच हाल के दिनों में तनाव बढ़ा है. खासकर बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे हमलों को लेकर. बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने हाल ही में यह स्वीकार किया है कि अगस्त से अक्टूबर 2024 तक हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर 88 सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं हुईं.
यह बयान बांग्लादेश के प्रधानमंत्री मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में आया, जब भारत ने बांग्लादेश से इन घटनाओं पर कड़ा एतराज जताया था.
भारत के विदेश सचिव ने बांग्लादेश जाकर जताया था कड़ा एतराज
भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बांग्लादेश सरकार से मुलाकात के दौरान हिंदू समुदाय पर हमलों के बारे में चिंता जताई थी. इसके बाद बांग्लादेश ने इन घटनाओं की संख्या को स्वीकार किया, लेकिन सरकार ने इस बात पर जोर दिया कि कुछ घटनाएं राजनीतिक कारणों से हुई थीं, न कि हिंदू धर्म के आधार पर हमले किए गए.
प्रेस सचिव शफीकुल आलम ने बताया कि इस दौरान 70 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, और कुछ और गिरफ्तारियाँ होने की संभावना जताई गई है, क्योंकि हिंसा के नए मामले सामने आ रहे हैं.
भारत और बांग्लादेश के बीच हिन्दुओं पर हमले का मुद्दा हुआ गंभीर
यह स्वीकारोक्ति बांग्लादेश की सरकार द्वारा भारत के दबाव के बाद की गई है, लेकिन उन्होंने अपनी पीठ थपथपाने का भी मौका नहीं छोड़ा. उनका कहना था कि इन घटनाओं में ज्यादातर दोषियों को गिरफ्तार किया गया है और इस मुद्दे पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. हालांकि, बांग्लादेश सरकार का यह भी कहना था कि 22 अक्टूबर के बाद हुई घटनाओं का विवरण जल्द ही सार्वजनिक किया जाएगा.
बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति विशेष रूप से हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ बढ़ती हिंसा को लेकर भारत में चिंता गहरी हो गई है. भारत और बांग्लादेश के रिश्तों में तनाव के कारण दोनों देशों के बीच यह मुद्दा अब और गंभीर हो गया है.