गुमला : जिले के सबसे बड़े सब्जी मंडी से नगर परिषद् को सलाना 20 लाख रुपये की आय होती है. लेकिन वहां की गंदगी देख लोग सब्जी मंडी में खरीदारी करने से परहेज करते हैं. मामले में जब संबंधित अधिकारी से पूछा गया तो उन्होंने अपनी व्यस्तत्ता बता कर फोन काट दिया. गौरतलब है कि शनिवार और मंगलवार को जिले का सबसे बड़ा साप्ताहिक हाट यहां लगता है. जिसमें जिले भर से किसान अपनी फसल, सहित मवेशियों की खरीद बिक्री के लिए आते हैं. वैसे इस बाजार में मिट्टी के बर्तन, पत्थरों से बने सामान, मांस, मछली, चिकन कपड़े सहित अन्य सामान बिक्री के लिए आते हैं.
बाजार को व्यवस्थित रखने के लिए नगर परिषद् प्रति वर्ष इसका टेंडर करता है. इस बार भी इसका टेंडर किया गया है. जिसमें सलाना 20 लाख 3000 हजार रुपये नगर परिषद् को आय होती है. साप्ताहिक हाट में दुकान लगाने वाले कुछ व्यापारियों की शिकायत है कि वे प्रतिदिन दुकान लगाने का टैक्स अदा करते हैं. लेकिन नगर परिषद् द्वारा दुकान के आसपास कभी सफाई नहीं की जाती. सफाईकर्मी सफाई करने का आश्वासन देकर चले जाते हैं. यही नहीं दुकानदारों की शिकायत है कि वे जो भी टैक्स देते हैं उसका रसीद भी उन्हें नहीं मिलता. टैक्स वसूली करने वाले किसी दुकानदार से 40 रुपये किसी से 50 रुपये प्रतिदिन वसूला जाता हैं.
मामले में संविदा लेने वाले ठेकेदार शिव प्रसाद सोनी का कहना है कि कई बार विभाग को इसकी लिखित सुचना दी गई, लेकिन विभाग द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
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