डुमरी विधानसभा उपचुनाव को लेकर आजसू सुप्रीमो ने एनडीए कैंडिडेट के पक्ष में जनसभा
रांची: डुमरी उपचुनाव में अब महज चंद दिन बचे हैं। उपचुनाव के मद्देनजर सियासी सरगर्मी भी बढ़ती जा रही है। रक्षा बंधन के दिन यशोदा देवी के पक्ष में पार्टी सुप्रीमो सुदेश महतो ने डुमरी प्रखंड के रोशनाटुंडा, बालुटुंडा, लोहेडीह, नगरी, बलथरिया, शंकरडीह, ठाकुरचक और पोरैया पंचायत में जनसभाएं की। इस दौरान उहोंने झामुमो पर जमकर प्रहार किए। सुदेश महतो ने कहा कि भय मुक्त विकास युक्त डुमरी बनाना है। डुमरी स्वाभिमानी धरती है, उसके स्वाभिमान को जगाने आया हूं। यह उपचुनाव पूरे राज्य को संदेश देने में सफल साबित होगा कि 4 साल पहले झूठ की बुनियाद पर बनी सरकार का चरित्र कैसा है। यह जनादेश राज्य की साढ़े तीन करोड़ आबादी का उद्धार करने का काम करेगा।
400 वादे पर पूरे 4 भी नहीं हुए
सुदेश महतो ने कहा कि 2019 में 400 वादे कर जनता का वोट पाने वाली गठबंधन सरकार अभी तक अपने 4 वादे भी पूरे नहीं की है। डुमरी में जेएमएम के 19वर्षों के शासन का चरित्र कैसा था, यात्रा के माध्यम से देखने का काम किया जा रहा है। सरकार बनने से पहले हर साल 5 लाख युवाओं को रोजगार, पढ़े-लिखे बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता, गांव के हर चूल्हे को 1 साल तक 72 हजार रुपए चूल्हा खर्चा, गरीबी के कारण पढ़ाई छोड़ने वाले बच्चों की सहायता के लिए 4 लाख रुपए के क्रेडिट कार्ड, किसान स्कूल और छात्रावास की सुविधा का वादा किया था। सुदेश ने पूछा यह सब आपकी पंचायत को प्राप्त हुआ है क्या? आपके गांव पंचायत से कितने परिवारों को 3 कमरे का मकान मिला है, जिसमें पानी, बिजली के साथ शौचालय की सुविधा भी है। यह यात्रा इन्हीं झूठे वादों को देखने और उसकी पहचान कराने की है।
झूठ बोलकर वोट लेना ठीक नहीं
सुदेश महतो ने कहा कि लोकतंत्र का पोषक मतदाता होता है। हमारे वोट की ताकत से लोकतंत्र है। जनता को भ्रमित कर और झूठ बोलकर वोट लेने का तरीका सही है क्या? अगर आपने झूठ और सही के बीच अंतर को नहीं पहचाना तो फिर यही लोग 2024 में आकर आपसे वादा करेंगे कि हर परिवार को हम रांची और बोकारो में फ्लैट देने वाले हैं। इस प्रकार के झूठे वादे करने वाली राजनीति को परंपरा नहीं बनने दें।
हेमंत ने राजनीति को खेल बना दिया
हेमंत सोरेन पर तंज कसते हुए कहा कि राजनीति कोई खेल नहीं है। यह बाप-बेटे का खेल नहीं, किसी राजा का राज नहीं है। राजनीति नेतृत्व और त्याग का काम है। हेमंत सोरेन ने राजनीति को खेल बना दिया है और इस प्रकार की राजनीति से उन्हें बेदखल करने के लिए सुदेश महतो आपके बीच आया है। 8 सितंबर को आपके प्रयास से यह खेल बंद कर देना है। अब यह परंपरा बंद होनी चाहिए कि कोई भी राजा प्रजा के बीच खड़ा होकर झूठ बोलकर चला जाए। इस प्रकार की मान्यताओं को प्रश्रय देने से हमारे संस्कार खत्म हो जाएंगे। अगर हम अपने बच्चों को गलत रास्ते पर जाने से रोकते हैं, झूठ बोलने से मना कर सकते हैं तो सरकार को इस प्रकार का आचरण करने का अधिकार किसने दिया। अगर लोकतंत्र ने उनको यह अधिकार दिया है तो यह एक मौका है जिसे आप अपने अधिकार का प्रयोग करते हुए समाप्त कर सकते हैं। ऐसे लोगों को और ऐसी झूठी सरकार को बेदखल कर देना ही उपाय रह गया है। डुमरी से झामुमो का जाना तय है। उन्होंने कहा कि हम आ रहें है, हेमंत जा रहे हैं।