रांची : हटिया डैम इलाके में बाढ़ की सूचना मिलते ही एनडीआरएफ की टीमें डैम के पास तैयारियों के साथ पहुंची. वहां पहुंचते ही जिला प्रशासन के अधिकारियों ने उन्हें बताया कि 5 हजार लोग बाढ़ से प्रभावित है. 3 हजार को बाहर निकाल लिया गया है. वहीं एक हजार को निकालने की प्रक्रिया चल रही है. 500 लोग बाढ़ में फंसे हुए है. जबकि दर्जनों लोग बाढ़ से निकलने के लिए मशक्कत कर रहे है. जिन्हें तत्काल बचाने की जरूरत है. इसके बाद एनडीआरएफ की टीमें बचाव कार्य में जुट गई. बता दें कि हटिया डैम में गुरुवार को बाढ़ से निपटने को लेकर एनडीआरएफ की टीम ने मॉक ड्रिल किया. जिसमें एनडीआरएफ के अलावा, टेलीकॉम, बिजली विभाग ने हिस्सा लिया. जहां डैम इलाके में बाढ़ की स्थिति को मानते हुए टीमों ने अपनी तैयारियों को परखा.

किसी भी आपदा से निपटने को तैयार

अवर सचिव आपदा प्रबंधन अरविंद कुमार ने कहा किसी भी आपदा से निपटने के लिए हमें अपनी तैयारियां करनी पड़ती है. चाहे बाढ़ की स्थिति हो, आग लग जाए, प्राकृतिक आपदा हो. बचाव से लेकर दवाओं और खाने-पीने की व्यवस्था के लिए हमेशा तैयार रहते है. उन्होंने कहा कि बाढ़ की स्थिति से निपटने की तैयारियों का मॉक ड्रील किया गया है. चूंकि बाढ़ की स्थिति में मोबाइल नेटवर्क कोलैप्स कर जाता है. ऐसी स्थिति में बीएसएनएल की ओर से वैकल्पिक टावर के इंतजाम किए जाते है. बिजली गुल हो जाने की स्थिति में सोलर चार्जिंग पावर सप्लाई और आर्गैनिक फ्यूएल्स का इस्तेमाल कर लाइट के इंतजाम भी हम करते है. इन्हीं तैयारियों को लेकर समय-समय पर मॉक ड्रील किया जाता है.

बुधवार को हुई थी बैठक

रांची जिले में बाढ़ को लेकर जिला प्रशासन की तैयारियों को लेकर बुधवार को बैठक हुई थी. जिसमें हटिया डैम में मॉक ड्रिल करते हुए आपदा से बचाव की तैयारी का मूल्यांकन करने की बात कही गई थी. साथ ही कहा गया था कि मॉक ड्रिल में संबंधित अधिकारी अपने कार्य और कर्तव्य पूरा करें. इससे सही वस्तु स्थिति की जानकारी मिलेगी जो भविष्य में आने वाली आपदा से लड़ने में सहायता प्रदान करेगी.

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