नई दिल्ली : वाघ बकरी चाय कंपनी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर (ED) पराग देसाई नहीं रहे. 49 साल की छोटी सी उम्र में रविवार को उनका निधन हो गया. वह एक सप्ताह पहले रोड एक्सीडेंट के शिकार हुए थे, जिसके बाद अस्पताल में इलाज चल रहा था. 7 दिनों से डॉक्टर्स ने उन्हें वेंटिलेटर पर रखा था.
हफ्ते भर पहले हुआ था एक्सीडेंट
1 हफ्ते पहले हुआ था रोड एक्सीडेंट परिवार से जुड़े सूत्रों के अनुसार पराग देसाई 15 अक्टूबर की सुबह इस्कॉन रोड पर मोर्निंग वॉक के लिए गए थे. जहां उनका एक्सीडेंट हो गया था. जिसके बाद उनके सिर पर गंभीर चोटें आई थी. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उन्हें प्रह्लाद नगर के हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया. जहां से 24 घंटे बाद उन्हें एक अन्य प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया था. वहां उनकी एक सर्जरी भी हुई.
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परिवार की चौथी पीढ़ी थे, जो चाय के कारोबार से जुड़े थे
पराग देसाई ने न्यूयार्क स्थित लॉन आइलैंड यूनिवर्सिटी से एमबीए की पढ़ाई पूरी की थी. वह अपने परिवार की चौथी पीढ़ी थे, जो चाय के कारोबार से जुड़े थे. उनकी अगुवाई में कंपनी कई नए मुकाम को छूने में सफल रही है. बिजनेस के साथ-साथ पराग देसाई की गहरी दिलचस्पी वाइल्डलाइफ में भी थी.
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भारत के 24 राज्यों समेत दुनिया के 60 देशों में फैलाया कारोबार
1995 में कंपनी को किया था ज्वाइन वाघ बकरी चाय से पराग देसाई 1995 में जुड़े थे. तब कंपनी का कुल कारोबार 100 करोड़ रुपये से भी कम था. लेकिन आज सालाना टर्न ओवर 2000 करोड़ रुपये को पार कर गया है. भारत के 24 राज्यों के साथ-साथ दुनिया के 60 देशों में वाघ बकरी चाय को एक्सपोर्ट किया जा रहा है. ये देसाई का ही प्लान था, जिसकी वजह से कंपनी की ब्रांडिंग मजबूत हुई.
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