रांची। झारखंड में राज्यसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गयी है। झारखंड की दो सीटों के लिए दस जून को वोट डाले पड़ेंगे। राज्य में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), कांग्रेस और राजद की गठबंधन सरकार है। झामुमो के पास सबसे अधिक विधायक हैं। इसलिए झामुमो दावा कर रही है कि वह अपना उम्मीदवार देगी। कांग्रेस भी पीछे हटने के मूड में नहीं है। सत्तारूढ़ दल झामुमो के पास 30 विधायक हैं। विधायक बंधु तिर्की की विधानसभा की सदस्यता जाने के बाद कांग्रेस के पास 17 विधायक हैं। भाजपा के पास 26 विधायक हैं। लेकिन विधायक इंद्रजीत महतो बीमार हैं। इसलिए भाजपा 25 विधायक मानकर चल रही है। इसके अलावा आजसू के दो विधायक, राजद एक सहित निर्दलीय विधायक हैं। झारखंड की जिन दो सीटों के लिए चुनाव होना है, उसपर अभी भाजपा काबिज है। इनमें महेश पोद्दार और केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी हैं।
सूत्रों के अनुसार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर को अपना उम्मीदवार बना सकती है। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, पूर्व सांसद फुरकान अंसारी और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार भी इस रेस में हैं लेकिन इन सब में राजेश ठाकुर पर कांग्रेस नेताओं की सहमति बनी है। राजेश ठाकुर जल्द दिल्ली में आलाकमान से मुलाकात करेंगे।
कांग्रेस के एक नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि राज्यसभा चुनाव को लेकर पार्टी पीछे नहीं हटेगी। इस बार हमारा दावा मजबूत है। राज्यसभा के लिए राजेश ठाकुर, सुबोधकांत सहाय, डॉ अजय कुमार और फुरकान अंसारी में से किसी एक को पार्टी उम्मीदवार बना सकती है। कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि अंतिम निर्णय पार्टी आलाकमान को ही लेना है। राज्यसभा चुनाव को लेकर पार्टी के आलाकमान के बुलावे पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दिल्ली जायेंगे। इसके बाद भी स्थिति स्पष्ट होगी।
उधर, प्रदेश भाजपा पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, दीपक बंका, बालमुकुंद सहाय, सीमा शर्मा सहित अन्य के नामों पर मंथन कर रही है। हालांकि इस अंतिम निर्णय पार्टी आलाकमान का होगा। इस संबंध में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पांच या छह जून को रांची आयेंगे। इसके बाद नामों पर चर्चा होगी।
इसके अलावा झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के वरिष्ठ नेता सुप्रीयो भट्टाचार्य ने गत दिनों स्पष्ट कहा था कि राज्यसभा की सीट पर हमारा दावा है। हमारे पास पर्याप्त आंकड़ा है। स्वाभाविक है कि हमें ही सीट मिलनी चाहिए लेकिन इस संबंध में जब उनसे पूछा गया कि पार्टी राज्य सभा में किसे उम्मीदवार बनाएगी त उन्होंने इस पर कुछ भी कहने से मना कर दिया।
वहीं राजद से एक ही विधायक हैं सत्यानंद भोक्ता। वह वर्तमान में झारखंड सरकार में मंत्री हैं। ऐसे में कांग्रेस और झामुमो को ही उम्मीदवार तय करना है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पहले हमने गुरुजी (शिबू सोरेन, पूर्व मुख्यमंत्री) के लिए सीट छोड़ी थी। इस बार हमें सीट मिलनी चाहिए। राज्यसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस भी पूरी तरह आश्वस्त है कि उसे एक सीट मिलेगी।
उल्लेखनीय है कि सात जुलाई को दोनों का कार्यकाल खत्म हो रहा है। चुनाव आयोग द्वारा अधिसूचना जारी करने के बाद 31 मई तक उम्मीदवार नामांकन दाखिल कर सकेंगे। एक जून को नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी और तीन जून को नाम वापसी होगी। जबकि दस जून को सुबह नौ से चार बजे तक मतदान होगा। इसी दिन शाम पांच बजे से मतों की गिनती होगी। चुनाव की प्रक्रिया 13 जून के पहले समाप्त कर ली जायेगी।