Joharlive Team

पटना। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ रविवार की शाम अशोक राजपथ से लेकर कारगिल चौक तक जमकर बवाल हुआ। ढाई घंटे तक इलाका रणक्षेत्र में तब्दील रहा। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस और राहगीरों पर जमकर पथराव किया। लगभग एक दर्जन वाहनों को फूंक दिया।

कारगिल चौक के पास दो पुलिस चेकपोस्ट को आग के हवाले कर दिया। हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस को 15 राउंड हवाई फायरिंग करनी पड़ी। इससे आसपास के इलाकों में भी अफरा-तफरी जैसी स्थिति रही। पथराव में टाउन डीएसपी सुरेश कुमार समेत एक दर्जन पुलिसकर्मी चोटिल हो गए।

बवाल की सूचना पर जिलाधिकारी कुमार रवि और एसएसपी गरिमा मलिक भी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने अमन और शांति बनाए रखने का संदेश देने के लिए फ्लैग मार्च किया। देर शाम को पूरे अशोक राजपथ में कर्फ्यू जैसा नजारा बन गया। इस बाबत सेंट्रल रेंज के आइजी संजय सिंह ने बताया कि वीडियो फुटेज के आधार पर उपद्रवियों की पहचान की जा रही है। उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

कारगिल चौक पर जुटे थे पांच हजार प्रदर्शनकारी

जानकारी के अनुसार, रविवार की शाम पांच बजे पटना सिटी और सब्जीबाग इलाके से करीब पांच हजार लोग कारगिल चौक पर जमा हो गए। उन्होंने सड़क को घेर लिया और आगजनी कर वाहनों का आवागमन ठप कर दिया। इस दौरान उन्होंने राहगीरों से मारपीट की।

जब पुलिस और प्रशासन के अधिकारी उन्हें समझाने आए तो वे पथराव करने लगे। उन्होंने वज्र वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। बावजूद इसके प्रदर्शनकारी शांत नहीं हुए तो पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी।

फायरिंग होते ही प्रदर्शनकारी सब्जीबाग की तरफ दौड़ गए। उन्होंने पीएमसीएच गेट पर आगजनी कर दी। रह-रहकर सड़क पर प्रदर्शनकारियों का गुस्सा फूटता रहा। तब पुलिस ने भी उग्र रूप अपनाया और अंधाधुंध लाठियां भांजने लगी। प्रदर्शनकारी गली-कूचे के रास्ते भागने लगे। इसकी वजह से आसपास के इलाके जैसे नटराज गली, बाकरगंज, मछुआटोली समेत अन्य इलाकों में भगदड़ मच गई। अब तक किसी को हिरासत में नहीं लिया गया है।

वहीं रविवार को दिल्ली स्थित जामिया मिल्लिया इस्लामिया के समीप और उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में हिंसक प्रदर्शन हुए, जबकि पश्चिम बंगाल में भी अव्यवस्था की स्थिति बनी रही। असम में स्थिति में सुधार के कारण गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ में कर्फ्यू में कई घंटे की ढील दी गई लेकिन शांतिपूर्ण प्रदर्शन जारी रहे। इस बीच, यूपी के छह जिलों में धारा 144 लगा दी गई है। साथ ही अलीगढ़ व सहारनपुर में इंटरनेट सेवाएं बंद हैं।
पश्चिम बंगाल में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन सोमवार को चौथे दिन भी जारी रहा। राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में सड़क और रेल मार्ग बाधित करने की खबरे हैं। पूर्वी मिदनापुर और मुर्शिदाबाज जिलों में सुबह से ही प्रदर्शनकारियों ने रास्ते बंद कर दिए हैं, जिससे राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदर्शनों की वजह से कई ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं या विलंब से चल रही हैं। रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने सियालदह-डायमंड हार्बर और सियालदह-नमखाना सेक्टर में पटरियों को जाम कर दिया है। उन्होंने बताया कि भीड़ को तितर-बितर करने का प्रयास किया जा रहा है।

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