JoharLive Team
रांची । झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) ने कहा है कि राज्य में हो रहे विधानसभा चुनाव के पहले और दूसरे चरण में हुई हिंसा रघुवर सरकार की पोल खोल रही है। हर चरण में नक्सली वारदात सहित हिंसा की घटनाएं हो रही हैं।
झाविमो मीडिया कोषांग के सदस्य जितेंद्र वर्मा ने रविवार को कहा कि चुनाव के पहले चरण के दो दिन पूर्व चँदवा-बालूमाथ में हुई नक्सली घटना के साथ चुनाव के दौरान डाल्टनगंज में हुई हिंसा और दूसरे चरण में सिसई विधानसभा के बघनी गांव में हुई पुलिस फायरिंग से मौत सरकार की पोल खोलती है। उन्होंने तमाड़ विधानसभा के अड़की एवं चाईबासा के गोइलकेरा में हुई पोलिंग पार्टी पर नक्सली हमले को सरकार की नाकामी बताया है।
वर्मा ने कहा कि हर चरण के चुनाव में हिंसा होना सरकार की उन दावों की पोल खोल दी है, जिसमें सरकार कहती थी कि झारखंड में नक्सली अंतिम सांसें गिन रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार चुनाव के पूर्व बड़े-बड़े दावे कर रही थी लेकिन दो चरण के चुनाव में ही राज्य की कानून-व्यवस्था की पोल खुल गयी। उन्होंने कहा कि सरकार ने कानून-व्यवस्था एवं नक्सली उन्मूलन के नाम पर बड़े-बड़े दावे किए लेकिन न तो अपराध पर लगाम लगाया और न ही नक्सलियों के खिलाफ कोई बड़ा कदम उठाया। यही कारण है कि आज राज्य में अपराधी बेलगाम हैं एवं नक्सलियों का मनोबल उंचा है। दोनों चरणों के चुनाव में हुई हिंसा से जनता के मन मे भय उत्पन्न हुआ है। सरकार की कानून व्यवस्था से जनता का विश्वास उठ चुका है। वर्मा ने कहा कि हर मोर्चे पर फेल हो चुकी राज्य की वर्तमान रघुवर सरकार को अब सत्ता में बने रहने का कोई हक नही है। जनता इस सरकार की कागजी विकास को समझ चुकी है। हर चरण के चुनाव में जनता परिवर्तन के लिए मतदान कर रही है। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में झाविमो बड़ी शक्ति बनकर उभर रही है। उन्होंने कहा कि आने वाला 23 दिसम्बर को झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में राज्य में एक नई सरकार स्वरूप लेगी।