गुमला: बुधवार को अखिल भारतीय क्रांतिकारी आदिवासी महासभा द्वारा भारत माला परियोजना एक्स्प्रेस वे वापस लेने की मांग को लेकर सांसद सुदर्शन भगत के खिलाफ अस्तित्व बचाओ पदयात्रा का आयोजन कर 67 किलोमीटर की पदयात्रा की शुरुआत की गई. अखिल भारतीय आदिवासी महासभा के बैनर तले आयोजित इस पदयात्रा का आयोजन करने का मुख्य कारण यह है कि ग्रामीण अपनी बातों को लेकर भारत माला परियोजना के खिलाफ सांसद सुदर्शन भगत से मिलने गुमला पहुंचे थे. लेकिन सांसद ने उनसे मिलना उचित नहीं समझा. ग्रामीण सांसद से मिलने दिल्ली नहीं जा सकते हैं क्यूंकी उनकी इतनी हैसियत नहीं है इसलिए उन्होने जिला मुख्यालय से लेकर सांसद के गांव तक 67 किलोमीटर पदयात्रा का आयोजन किया है ताकि लोकसभा क्षेत्र की जनता तक यह बात पहुंचे की आज गरीबों, किसानों, मजदूरों की बात सुनने वाला कोई नहीं है.
परियोजना में जा रही है हजारों किसानों की जमीन
बता दें कि भारत माला परियोजना रायपुर, धनबाद एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य शुरू होना है जिसमें हजारों किसानों की जमीन जा रही है. भारत माला परियोजना के खिलाफ सड़क पर उतरे लोगों का कहना है कि वे किसान हैं. उनके खेतों में बेस्किमती धान की फसल होती है जिसके सहारे वे अपना जीवन यापन करते हैं. यह परियोजना उनके लिए अभिशाप बनकर आ रही है. इस परियोजना में उनकी जमीन चली गई तो स्थिति और भी भयावह हो जाएगी. आदिवासी महासभा का यह पदयात्रा कार्यक्रम 8 नवंबर से 10 नवंबर तक चलेगा.
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