नई दिल्ली : यूट्यूब ने अब आधिकारिक तौर पर कहा है कि कंपनी ऐड ब्लॉकर्स के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करेगी. कंपनी ने अपने एक ब्लॉग में कहा है कि यूट्यूब पर अब किसी भी तरह के ऐड ब्लॉकर के लिए कोई जगह नहीं है. यूट्यूब ने कहा है कि ऐड ब्लॉकर का इस्तेमाल करना उसकी एपीआई पॉलिसी का उल्लंघन है.

यूट्यूब ने अपने यूजर्स से अनुरोध किया है कि वे ऐड ब्लॉकर्स का इस्तेमाल न करें. अगर यूजर्स ऐड फ्री एक्सपीरियंस चाहते हैं तो उन्हें प्रीमियम सब्सक्रिप्शन लेना होगा. YouTube ने पिछले साल नवंबर में विज्ञापन अवरोधकों को ब्लॉक करना शुरू कर दिया था.

YouTube ने एक पोस्ट में कहा, ‘हम उन तृतीय-पक्ष ऐप्स पर अपना प्रवर्तन मजबूत कर रहे हैं जो YouTube की सेवा की शर्तों का उल्लंघन करते हैं, विशेष रूप से विज्ञापन-अवरुद्ध करने वाले ऐप्स. जो उपयोगकर्ता इन तृतीय-पक्ष ऐप्स का उपयोग कर रहे हैं, उन्हें वीडियो देखने का प्रयास करते समय बफरिंग समस्याओं का अनुभव हो सकता है या “इस ऐप पर निम्नलिखित सामग्री उपलब्ध नहीं है” त्रुटि दिखाई दे सकती है.

यूट्यूब के मुताबिक ऐड ब्लॉकर के इस्तेमाल से कमाई में दिक्कत आती है और कंपनी के रेवेन्यू पर असर पड़ता है. प्रीमियम वर्जन के साथ यूजर्स को ऑफलाइन एक्सेस मिलता है. इसके अलावा बैकग्राउंड प्ले का विकल्प भी उपलब्ध है.

 

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