इंफाल/नई दिल्ली : मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने और उनका यौन उत्पीड़न करने के मामले पर राज्य के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के इस्तीफे की मांग की जा रही है। इन सबके बीच केंद्र सरकार ने गुरुवार (20 जुलाई) को सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे महिलाओं के वीडियो को शेयर करने पर रोक लगा दी है।
केंद्र सरकार की ओर से ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को निर्देश जारी करते हुए मणिपुरी महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने के वायरल वीडियो को शेयर करने से रोकने को कहा है। सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के लिए भारतीय कानूनों का पालन करना अनिवार्य है, क्योंकि मामले की अभी जांच चल रही है।
एक समुदाय की दो महिलाओं को दूसरे पक्ष के कुछ लोगों ने निर्वस्त्र कर सड़कों पर घुमाया
दरअसल, 4 मई का एक वीडियोआज सामने आया है। इसमें एक समुदाय की दो महिलाओं को दूसरे पक्ष के कुछ लोग निर्वस्त्र कर सड़कों पर घुमा रहे हैं। इस घटना के सामने आने के बाद इलाके में तनाव फैल गया है। अधिकारियों ने बताया कि यह वीडियो इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (ITLF) के गुरुवार को होने वाले प्रदर्शन से ठीक एक दिन पहले प्रसारित किया जा रहा था। बताया जा रहा है कि ये वीडियो इस वजह से वायरल किया जा रहा है, ताकि उस समुदाय की दुर्दशा को उजागर किया जा सके।
नग्न अवस्था में पीड़ित महिलाओं के साथ छेड़छाड़
ITLF के एक प्रवक्ता ने बताया कि कांगपोकपी जिले में 4 मई का है। इसमें महिलाओं को नग्न अवस्था में दर्शाया गया है। वीडियो में पुरुष पीड़ित महिलाओं से लगातार छेड़छाड़ करते दिखाई दे रहे हैं। वहीं पीड़ित महिलाएं बंधक बनी हुई हैं और लगातार मदद की गुहार लगा रही हैं। उन्होंने बताया कि अपराधियों ने इस वीडियो को बनाने के बाद वायरल भी कर दिया है। इससे इन निर्दोष महिलाओं द्वारा झेली गई भयावह यातना कई गुना बढ़ गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।