रांची: राजद महासचिव सह मीडिया प्रभारी कैलाश यादव ने रांची यूनिवर्सिटी के कुलपति अजीत कुमार सिन्हा पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि वीसी अजीत सिन्हा राजभवन के एजेंट के रूप में काम कर रहे है. आचार संहिता के बीच चुनाव आयोग से ऊपर होकर वे काम कर रहे है. उन्हें बताना होगा कि आचार संहिता के दौरान कुलपति किसके इशारे पर वोकेशनल कोर्स के शिक्षकों की उम्र सीमा बढ़ाकर 65 वर्ष किया है. कैलाश यादव ने आरोप लगाया है कि आचार संहिता लागू होने के बावजूद कुलपति ने राजभवन के इशारे पर एजेंट के रूप में निर्णय लिया है. इस निर्णय पर केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी को अविलंब संज्ञान लेकर रोक लगाने के लिए पहल करनी चाहिए.
राज्य निर्वाचन आयोग ले संज्ञान
कैलाश यादव ने कहा कि राज्य निर्वाचन आयोग अविलंब संज्ञान लेकर RU के द्वारा लोकलुभावन अनुचित फैसला पर रोक लगाए. आम चुनाव के दौरान जब आचार संहिता पूरे देश में लग गया है तब कोई भी नया फैसला लेना गलत और असंवैधानिक है. कुलपति को वोकेशनल शिक्षकों के उम्र सीमा 65 बढ़ाने के निर्णय लेने का टाइमिंग गलत है. अगर करना ही था तब चुनाव घोषणा होने के पहले करते या चुनावी रिजल्ट के बाद. उन्होंने कहा कि राजद उम्र सीमा बढ़ाने का विरोध नहीं करता लेकिन चुनाव के दौरान जब आचार संहिता लागू है. ऐसे में निर्णय लेना उचित नहीं है.
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