Jiharlive Team

नगर निगम की सफाई थी महज खानापुर्ति, वीसी और सहयोगियों ने मिल कर की अच्‍छे से साफ सफाई

डॉ. रमेश पांडेय ने खुद झाड़ू उठायी और विवि के अन्‍य प्राध्‍यपाकों, छात्रों कर्मियों के साथ आर्ट़स ब्‍लॉक , टीआरएल डिपार्टमेंट कैंपस को बिल्‍कुल साफ सुथरा बना दिया

रांची : गांधी जयंती पर दो अक्‍टूबर से प्‍लास्टिक मुक्‍त भारत बनाने के अभियान को शुरू किया गया । गांधी जयंती के अवसर पर रांची विश्‍वविद्यालय के कुलपति डॉ. रमेश कुमार पांडेय व विश्‍वविद्यालय के अन्‍य सहयोगियों, कर्मियों के साथ मिल कर मोराबादी कैंपस में साइंस ब्‍लॉक, आर्ट्स ब्‍लॉक , टीआरएल डिपार्टमेंट कैंपस से प्‍लास्टिक, कूड़े कचड़े की सफाई की। इस अवसर पर पत्रकारिता विभाग के शिक्षक मनोज शर्मा के लाये गये गेंदे के फूल भी कैंपस में लगाये गये।

साफ सफाई में संकोच और छुआछूत कैसी। साफ सफाई के दरम्‍यान कैंपस में थर्मोकोल और प्‍लास्टिक के बहुत सारे प्‍लेट फेंके हुये थे वीसी ने खुद उठा कर फेंकना शुरू कर दिया। जिसे देख कर अन्‍य लोग भी उस काम में भिड1 गये। वीसी ने कहा साफ सफाई में संकोच कैसी। उन्‍होंने कहा कि, कुछ ही दिनों में इस परिसर के सभी बगीचों में बाड़ लगा दिया जायेगा।
कभी विरोध स्‍वरूप धान रोपा गया था आज है खुबसूरत बगीचा पहले आर्ट्स ब्‍लॉक का कैंपस उबड़ खाबड़ और कूड़े कचड़े से भरा था। बरसात में कीचड़ होने से शिक्षकों छात्रों को आने जाने में परेशानी होती थी। इसक कारण एक बार विरोध स्‍वरूप कैंपस में धान रोपा गया था। आज वहीं कैंपस बिल्‍कुल साफ सुथरा है और इसके एक हिस्‍से को फेंसिंग कर के उसमें गार्डेन बना दिया गया है।
बेसिक साईंस कैंपस और एकेडमिक स्‍टाफ कॉलेज है खुबसूरत बाग बगीचों से हरा भरा
रांची विश्‍वविद्यालय का मोराबादी कैंपस पिछले कुछ सालों में बहुत ही खुबसूरत हो गया है। बाहर से आने वाले भी विश्‍वविद्यालय के बेसिक साइंस कैंपस के बाग बगीचों को देख कर अभिभूत हो जाते हैं। दरअसल इसके पीछे वीसी डॉ. रमेश कुमार पांडेय का अपना प्रयास भी है। खुद बॉटनी के प्राध्‍यापक होने के कारण उनकी रूचि पेड़ पौधों , बाग बगीचों में रही है और इसी रूचि के कारण इन्‍होंने इस कैंपस को हरा भरा बनवा दिया है।

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