रांची: झारखंड में आगामी 23 अगस्त को प्रस्तावित युवा आक्रोश रैली की तैयारी को लेकर भाजपा की बैठक कार्निवाल बैंक्वेट हॉल में हुई. जिसमें असम के मुख्यमंत्री और विधानसभा चुनाव सह प्रभारी हिमंत विस्वा सरमा ने झारखंड की मौजूदा सरकार की आलोचना की. उन्होंने आगामी रैली को लेकर युवाओं में जोश भरने का काम किया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार झूठे वादों और निरंतर धोखाधड़ी का प्रदर्शन कर रही है. उन्होंने दावा किया कि हेमंत सोरेन युवाओं की समस्याओं और घुसपैठियों के मुद्दे पर गंभीर नहीं हैं, जिससे राज्य में विकास और सुरक्षा के मोर्चे पर गंभीर संकट उत्पन्न हो रहा है. साथ ही कहा कि हेमंत सोरेन के पास राज्य के बेरोजगार युवाओं का पिछले 60 महीनों का 3 लाख रुपये बकाया है. यही नहीं, किसानों की ऋण माफी और मइयां योजना भी सिर्फ धोखा है.
सोरेन सरकार ने सभी को निराश किया
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने भी वर्तमान सरकार की निंदा करते हुए कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार ने जनता, युवाओं, किसानों और महिलाओं को निराश किया है. उन्होंने 23 अगस्त को होने वाली रैली को राज्य के भविष्य की दिशा तय करने वाला दिन करार दिया. साथ ही कहा कि इस रैली से सरकार को यह संदेश जाएगा कि जनता अब और बर्दाश्त नहीं करेगी. वहीं नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने राज्य के युवाओं को नए उलगुलान और हुल के लिए तैयार रहने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार ने ठग कर जनादेश लिया है और अब समय आ गया है कि युवाओं को अपने हक की आवाज उठानी होगी.
राज्य का भविष्य तय करेगी रैली
प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह ने 23 अगस्त को होने वाली रैली को एक ऐतिहासिक मोड़ करार देते हुए कहा कि यह रैली सिर्फ एक प्रदर्शन नहीं, बल्कि राज्य की भविष्यवाणी का संकेत होगी. बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता, सांसद, विधायक और युवा मोर्चा के पदाधिकारी शामिल हुए और रैली की सफलता के लिए रणनीतियों पर चर्चा की गई. 23 अगस्त की युवा आक्रोश रैली को लेकर भाजपा कार्यकर्ता और समर्थक बेहद उत्साहित हैं और इसे राज्य की राजनीतिक दिशा को बदलने के एक महत्वपूर्ण प्रयास के रूप में देखा जा रहा है.