नई दिल्ली : देश के पूर्व विदेश मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता नटवर सिंह का 95 साल की उम्र में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. वह गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में भर्ती थे, जहां उनका इलाज चल रहा था. नटवर सिंह एक प्रमुख कांग्रेसी थे, जिन्होंने यूपीए के दौर में डॉ. मनमोहन सिंह के अधीन काम किया था. वे 1953 में भारतीय विदेश सेवा में चुने गए थे, जिसे उन्होंने 1984 में छोड़ दिया था.
नटवर सिंह ने कांग्रेस के टिकट पर राजस्थान के भरतपुर से चुनाव लड़ा था और लोकसभा सांसद बने थे. 1985 में उन्हें राज्य मंत्री (एमओएस) के रूप में शपथ दिलाई गई और उन्हें इस्पात, कोयला और खान तथा कृषि मंत्रालय दिए गए. 1986 में वे विदेश राज्य मंत्री बने। सिंह 1987 में न्यूयॉर्क में आयोजित निरस्त्रीकरण और विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन के अध्यक्ष चुने गए और उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 42वें सत्र में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भी किया.
दर्जनों से ज्यादा लिखी किताबे
उन्होंने लगभग एक दर्जन किताबें भी लिखीं, जिनमें ‘द लिगेसी ऑफ नेहरू: ए मेमोरियल ट्रिब्यूट’, ‘टेल्स फ्रॉम मॉडर्न इंडिया’, ‘ट्रेजर्ड एपिस्टल्स’ और उनकी आत्मकथा ‘वन लाइफ इज नॉट इनफ’ शामिल हैं. सूत्रों ने बताया कि उनका अंतिम संस्कार रविवार को दिल्ली में किया जाएगा.
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाल ने दुख जताते हुए कहा
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर नटवर सिंह के निधन पर दुख जताया है. उन्होंने लिखा, ‘पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह जी के निधन का समाचार दुखद है. ईश्वर उनके परिजनों को यह क्षति सहने की शक्ति दे और दिवंगत आत्मा को सदगति प्रदान करें.’