Joharlive Desk
बांदा। पंजाब की रोपड़ जेल में बंद उत्तर प्रदेश के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को लेकर UP पुलिस बांदा जेल के लिए निकल चुकी है। आज 26 माह बाद मुख्तार की वापसी हो रही है। इससे पहले बांदा पुलिस उसे हिरासत में लेने के लिए पंजाब की रोपड़ जेल पहुंची। टीम के साथ एंबुलेंस और डॉक्टर भी हैं। जेल के बाहर बैरिकेडिंग की गई थी।
इससे पहले मुख्तार का कोरोना टेस्ट कराया गया। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद हैंडओवर की प्रक्रिया शुरू की गई है। हैंडओवर के बाद करीब 16 घंटे में मुख्तार को लेकर 882 किमी तय कर टीम बांदा पहुंचेगी। मुख्तार की पत्नी आफशां अंसारी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाकर अपने पति का हाल विकास दुबे जैसा होने की आशंका जताई है। उन्होंने वीडियोग्राफी कराने और केंद्रीय बल लगाने की मांग की है।
आफशां ने अपनी याचिका में कहा कि माफिया डॉन बृजेश सिंह बेहद प्रभावशाली है। वह मुख्तार अंसारी को मारने की साजिश रच रहा है। उनका कहना है कि मुख्तार के खिलाफ चल रहे मामलों को फेयर तरीके से चलाया जाना चाहिए। अगर राजनीतिक बदले में कोई कार्रवाई की जाती है तो वह सही नहीं होगा। अफशां ने इस सिलसिले में राष्ट्रपति को भी पत्र लिखा था।
यूपी पुलिस ने अभी यह खुलासा नहीं किया है कि वह किस रूट से मुख्तार को लाएगी। उसका कहना है कि ऐसा सुरक्षा कारणों से किया गया है। बता दें कि 26 मार्च को सुप्रीम कोर्ट ने बसपा विधायक मुख्तार अंसारी को UP की जेल वापस भेजने का आदेश दिया था।
ADG प्रयागराज जोन प्रेम प्रकाश को मुख्तार अंसारी को पंजाब से बांदा जेल लाने की जिम्मेदारी दी गई है। अंसारी को सड़क के रास्ते ही बांदा जेल शिफ्ट किया जाएगा। सोमवार को बांदा पुलिस लाइन से चित्रकूट धाम मंडल के करीब 100 जवानों को पंजाब रवाना किया गया था। 20 से अधिक पुलिस की गाड़ियों के काफिले में वज्र वाहन और एम्बुलेंस भी शामिल हैं।
टीम में एक सीओ, दो इंस्पेक्टर, छह सब इंस्पेक्टर, 20 हेड कांस्टेबल, 30 कांस्टेबल और एक कंपनी PAC के जवान हैं। पुलिसकर्मी बुलेटप्रूफ जैकेट और अन्य हाइटेक सुविधाओं के साथ रवाना हुए। एम्बुलेंस में जिला अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर एसडी त्रिपाठी के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम भी रवाना हुई थी। यह टीम आज सुबह 4 बजे रोपड़ की रूपनगर पुलिस लाइन पहुंची थी।
मुख्तार के बड़े भाई ने जेल में षडयंत्र की आशंका जताई
मुख्तार के बड़े भाई और गाजीपुर से बसपा सांसद अफजाल अंसारी ने आशंका जताई है कि उत्तर प्रदेश की जेल में रखे जाने पर मुख्तार अंसारी के साथ कोई षडयंत्र रचा जा सकता है। अफजाल अंसारी ने इसके खिलाफ कोर्ट जाने के संकेत दिए हैं। कहा कि जब राज्य सरकार द्वारा ही सुरक्षा पर संकट पैदा किया जा रहा है तो न्यायपालिका की शरण में जाने के सिवाय कोई विकल्प नहीं बचता है।
मुख्तार अंसारी को क्यों लाया गया था पंजाब?
8 जनवरी 2019 को मोहाली के एक बड़े बिल्डर की शिकायत पर वहां की पुलिस ने अंसारी के खिलाफ 10 करोड़ की फिरौती मांगने का केस दर्ज किया था। 12 जनवरी को प्रोडक्शन वारंट हासिल करने के लिए पुलिस कोर्ट पहुंची। 21 जनवरी 2019 को मोहाली पुलिस मुख्तार अंसारी को प्रोडक्शन वारंट पर उत्तर प्रदेश से मोहाली ले आई। 22 जनवरी को कोर्ट ने उसे एक दिन की रिमांड पर भेज दिया। 24 जनवरी को उसे न्यायिक हिरासत में रोपड़ जेल भेज दिया गया।
8 बार लौटी UP पुलिस
2 साल में उत्तर प्रदेश पुलिस की टीम 8 बार अंसारी को लेने पंजाब गई, लेकिन हर बार सेहत, सुरक्षा और कोरोना का कारण बताकर पंजाब पुलिस ने सौंपने से इनकार कर दिया। पंजाब पुलिस डॉक्टर की सलाह का हवाला देती रही कि अंसारी को डिप्रेशन, शुगर, रीढ़ की बीमारियां हैं। ऐसे में उसे कहीं और शिफ्ट करना ठीक नहीं है। कानपुर में बिकरु कांड के आरोपी विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद अंसारी ने जान का खतरा बताया था, उसने पत्र लिखकर आशंका जताई थी कि जैसे दुबे की जीप पलट गई और जान चली गई, ऐसे मेरी भी जा सकती है।