JoharLive Desk
देवरिया । मंदिर, कुंभ और देवरिया महोत्व को दहलाने वाले मैसेज पोस्ट करने वाले युवक नसरुद्दीन के विरुद्ध एटीएस जांच शनिवार को शुरू हो गई। युवक के आय के स्रोत समेत अन्य गतिविधियों की जांच की जा रही है। गिरफ्तार अभियुक्त के विरुद्ध रासुका लगाने की तैयारी रामपुर कारखाना पुलिस कर रही है।
रामपुर कारखाना थाना क्षेत्र के विशुनपुर चिरकिहवा गांव के नसीरुद्दीन अंसारी पुत्र कमरुद्दीन अंसारी ने दिसम्बर के तीसरे सप्ताह में अपने मोबाइल नम्बर से व्हाट्स ऐप और फेसबुक पर सीएए का विरोध करते हुए एक पोस्ट अपलोड की थी। इसमें धमकी दी गई थी कि यदि सीएए को वापस नहीं लिया गया तो मंदिर, देवरिया महोत्सव और कुंभ को दहला कर श्मशान बना दिया जाएगा।
प्रयागराज पुलिस ने इस सूचना को ट्रेस किया। प्रयागराज पुलिस ने इसकी सूचना देवरिया एसपी को 30 जनवरी को दी। एसपी ने इसकी जांच रामपुर कारखाना पुलिस और सर्विलांस टीम को दी। जांच में दो मोबाइल नम्बर सामने आए। जहां एक नम्बर से मैसेज को दूसरे नम्बर पर भेजा गया है। दूसरे मोबाइल नम्बर से इसे वायरल किया गया। रामपुर कारखाना पुलिस ने मैसेज भेजने वाले नसीरुद्दीन अंसारी को गरुवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इसकी भनक यूपी एटीएस को लगी तो उसने भी इसकी जांच शुरू कर दी है।
रामपुर कारखाना पुलिस इसके दूसरे साथी नवाज शरीफ वारसी की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है। बताया गया है कि अभियुक्त नसीरुद्दीन कुछ वर्ष पूर्व मुम्बई गया था। उसके बाद वह गांव आया और यही पर रहने लगा। कुछ वर्ष तक वह मऊ में भी रहा।
इसके बाद वह गांव आया तो एक गाड़ी लेकर भोर में ही गांव से गायब रहने लगा। कहा जा रहा है कि उसने कुछ युवकों को विदेश भेजने के नाम पर धोखा दिया।
उसकी पुलिस से सांठगांठ थी। इसलिए उसके विरुद्ध कोई बोलने को तैयार नहीं था।
उसके आय का स्रोत नहीं होने के बाद भी उसके पास पैसे की कमी नहीं होती थी।
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक डॉ.. श्रीपति मिश्र का कहना है कि नसीरुद्दीन की जांच रामपुर कारखाना पुलिस के साथ एटीएस कर रही है। रामपुर कारखाना पुलिस को एनएसए की कार्रवाई के लिए निर्देश दिया गया है।