US Presidential Election 2024: अमेरिका में आज 5 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव है. इस बार चुनावी मुकाबला डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस और रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के बीच बेहद कड़ा है. राष्ट्रीय मतदान औसत के अनुसार, हैरिस को ट्रंप पर मामूली बढ़त प्राप्त है, लेकिन चुनाव परिणाम अभी भी अनिश्चित हैं.

सिक्योरिटी टाइट

इसके बीच, चुनावी कार्यालयों में सुरक्षा को लेकर भी सतर्कता बढ़ा दी गई है. चुनावी अधिकारियों को मिलने वाली धमकियों और हमलों के कारण, मतदान केंद्रों पर विशेष सुरक्षा उपाय लागू किए गए हैं. इन उपायों में डी-एस्केलेशन ट्रेनिंग, एक्टिव-शूटर ड्रिल्स और बुलेटप्रूफ बैरियर शामिल हैं. इसके साथ ही कर्मचारियों की प्राइवेसी को बनाए रखने के लिए सोशल मीडिया प्रोटोकॉल भी सख्त किए गए हैं.

क्या है अमेरिका में चुनावी प्रक्रिया

अमेरिका में राष्ट्रपति का चुनाव सीधे तौर पर वोटिंग से नहीं होता. इसके बजाय, चुनावी प्रणाली इलेक्टोरल कॉलेज के आधार पर काम करती है, जिसमें कुल 538 इलेक्टर्स होते हैं. जो भी उम्मीदवार 270 इलेक्टोरल वोट प्राप्त करता है, वह राष्ट्रपति बनता है.

जीत-हार में स्विंग स्टेट्स कितना है अहम

अमेरिका के चुनावी समीकरण में स्विंग स्टेट्स की अहम भूमिका है, क्योंकि यहां दोनों पार्टियों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा होती है. इस चुनाव में सात प्रमुख स्विंग स्टेट्स पर नजर रहेगी: एरिज़ोना, जॉर्जिया, मिशिगन, नेवादा, नॉर्थ कैरोलिना, पेंसिल्वेनिया, और विस्कॉन्सिन. इन राज्यों में किसी भी पार्टी की जीत राष्ट्रपति पद के लिए निर्णायक साबित हो सकती है. इस चुनाव में खास बात यह है कि उम्मीदवारों की रणनीतियां इन स्विंग स्टेट्स पर अधिक केंद्रित हैं, जहां चुनावी नतीजे असमान होते हैं. किसी भी पार्टी की पकड़ इन राज्यों में मजबूत नहीं होती, और यहां की राजनीति हर चुनाव में बदलती रहती है. सुरक्षा और चुनावी प्रक्रिया को लेकर सुरक्षा एजेंसियों की चिंताएं भी बढ़ी हैं, क्योंकि पिछले चुनावों में चुनावी हिंसा और धोखाधड़ी के मामले सामने आए थे. चुनावों के दौरान शांतिपूर्ण वातावरण बनाए रखने के लिए स्थानीय प्रशासन ने कड़े कदम उठाए हैं.

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