वॉशिंगटन. अमेरिका ने रविवार को इराक और सीरिया में ईरान समर्थित मिलिशिया समूहों के सुविधाओं और ठिकानों को निशाना बनाते हुए हवाई हमले किए. पेंटागन के प्रेस सेक्रेटरी जॉन किरबी ने एजेंसी AFP को इसकी जानकारी दी है. जून की शुरुआत में इराक में एक रॉकेट हमला हुआ था. इसमें एक अमेरिकी सैनिक और अन्य गठबंधन सैनिक घायल हो गए थे. माना जा रहा है कि इसका जवाब देने के लिए अमेरिका ने ये हवाई हमला किया है.
समाचार एजेंसी रायटर्स के अनुसार अधिकारी ने कहा कि यह एयर स्ट्राइक इराक में हाल में हुए रॉकेट हमलों के जवाब में की गई. समाचार लिखे जाने तक इस हमले में किसी अमेरिकी के हताहत होने की जानकारी नहीं मिल सकी थी. सीरिया में ईरान समर्थित इन समूहों को इजरायल के लिए भी बड़ा खतरा माना जा रहा है. ऐसे में अमेरिका की यह कार्रवाई काफी अहम है.
इन ठिकानों पर हुआ हमला
अमेरिका ने अपनी एयर स्टाइक में ऑपरेशनल और वेपन स्टोरेज वाले सीरिया में दो ठिकाने और इराक में एक ठिकाने को निशाना बनाया. पेंटागन प्रेस सचिव के मुताबिक, इन ठिकानों को इसलिए टारगेट किया गया, क्योंकि इनका इस्तेमाल ईरान समर्थित मिलिशिया ग्रुप करता है. मिलिशिया ग्रुप इराक में अमेरिकी जवानों और ठिकानों पर हुए यूएवी हमलों में शामिल हैं.
जो बाइडन के निर्देश पर हुआ एयर स्ट्राइक
यह एयर स्ट्राइक राष्ट्रपति जो बाइडन के निर्देश पर किया गया, जिन्होंने राष्ट्रपति बनने के 5 महीने के भीतर दूसरी बार ईरान समर्थित मिलिशिया समूह के खिलाफ जवाबी हमले का आदेश दिया है. हालांकि, यह खुलासा नहीं किया गया कि इस हमले में कोई मारा गया या घायल हुआ है. अधिकारियों का कहना है कि इसका आकलन जारी है. जल्द ही अपडेट दिया जाएगा.