रामगढ़: संयुक्त मोर्चा की बैठक अरगड्डा क्षेत्रीय प्रबंधन के खिलाफ गिद्दी ए सामुदायिक भवन में हुई. जिसमें क्षेत्रीय प्रबंधन के तुगलकी फरमान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. यूनियन का कहना है कि कंपनी के नियमों का पालन किए बिना, नीतिगत फैसलों में यूनियन नेताओं से चर्चा नहीं करते हुए निर्णय लिए जा रहे है. जिससे पूरे क्षेत्र में भय व अशांति का माहौल है. प्रबंधन के हिटलरशाही फरमान को खत्म करने के लिए यूनियन नेताओं ने अरगड्डा क्षेत्रीय प्रबंधन के खिलाफ एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का निर्णय लिया है. जिसके तहते 26 सितंबर को धरना दिया जाएगा. वहीं मांगें नहीं माने जाने पर आंदोलन को तेज करने का निर्णया लिया गया है. इससे पहले नुक्कड़ सभा के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाएगा.
क्षेत्र में भय का माहौल
नेताओं ने कहा कि प्रबंधन सामाजिक सौहार्द्र को बिगाड़ने पर तुला है. जिसके कारण पूरे क्षेत्र में भय का माहौल है. यूनियन के नेताओं ने अरगड्डा महाप्रबंधक को एक पत्र सौंपा है. जिसमें कहा गया है कि प्रबंधन यूनियन से वार्ता करें और जो सहयोग चाहिए वह हम करने को तैयार है. लेकिन महाप्रबंधक अपने तानाशाही रवैया पर अड़े है. इसलिए आंदोलन को तेज करने के लिए तीन दिनों में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. सभी जगह जाकर यूनियन नेता मजदूरों का समर्थन मांगेंगे. सभी से आग्रह किया जाएगा कि 26 सितंबर को धरना स्थल पहुंच कर अपनी आवाज बुलंद करें.
आज से अभियान शुरू
- 22 सितंबर को रैलीगड़ा चांदनी चौक पर नुक्कड़ सभा
- 23 सितंबर को गिद्दी हॉस्पिटल चौक पर नुक्कड़ सभा
- 24 सितंबर को अरगड्डा मार्केट में नुक्कड़ सभा
- 25 सितंबर को गिद्दी सी चौक पर नुक्कड़ सभा
ये रहे मौजूद
मिथिलेश सिंह, कन्हैया सिंह, बैजनाथ मिस्त्री, पुरुषोत्तम पांडे, अरुण कुमार सिंह, गौतम बनर्जी, जन्मजय सिंह, शशि सिंह ,दीपक कुमार, प्रशांत बिल्थरिया, गुड्डू यादव, विजेंद्र प्रसाद, धनेश्वर तुरी,मनोज पाल, अजय सिंह, चंदन सिंह, जगदीश चंद्र बेदिया,सांवरमल शर्मा, पवन कुमार, रविंद्र सिंह