रांची: धुर्वा डाकघर में हुए वित्तीय धोखाधड़ी के मामले में मुख्य अपराधी एनएएस का एजेंट है, जिसे राज्य सरकार के द्वारा नियुक्त किया गया था. इस मामले में प्राथमिकी भी दर्ज की गई है. डाक विभाग ने चार विभागीय कर्मचारियों को इस मामले में निलंबित किया है. ऐसे लोक शिकायत और दावों की जांच के लिए डाक विभाग ने व्यवस्था बनाई है, जहां शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाती है. यह जानकारी केंद्रीय संचार राज्यमंत्री देबू सिंह चौहान ने लोकसभा में सांसद संजय सेठ के सवाल के जवाब में दी. सांसद ने लोकसभा में झारखंड में डाकघर के द्वारा खोले गए खातों, योजनाओं में जमा की गई धनराशि, डाकघर में हो रही वित्तीय गड़बड़ी से संबंधित मामले को लोकसभा में उठाया था.
डाकघर में लोग दिखा रहे रूचि
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि झारखंड में विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत खाता खुलवाने और राशि जमा करने में लोगों ने रुचि दिखाई है. विभिन्न योजनाओं को लेकर झारखंड में बेहतर संचालन भी किया गया है. डाक विभाग के माध्यम से संचालित हो रही योजनाओं को लेकर केंद्रीय मंत्री ने राज्य का जिलावार ब्यौरा भी उपलब्ध कराया है. जिसके तहत रांची में किसान विकास पत्र के तहत 240781, मासिक आय योजना के तहत 32629, महिला सम्मान बचत पत्र के तहत 2779, राष्ट्रीय बचत पत्र के तहत 279828, राष्ट्रीय बचत योजना के तहत 750 और लोक भविष्य निधि के तहत 11846 खाते खोले गए हैं. इसके अलावा आवर्ती जमा के तहत रांची जिले में 335438 खाते, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना के तहत 8116 खाते, डाकघर बचत खाता के तहत 155480 खाते, सुकन्या समृद्धि योजना के तहत 69352 खाते, सावधि जमा के तहत 72764 खाते खोले गए हैं.
झारखंड में 34,595 करोड़ जमा
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि इन विभिन्न योजनाओं में झारखंड के लोगों ने डाकघर में 34595 करोड़ रुपए जमा किए हैं. जिन योजनाओं की राशि आमलोगों के द्वारा झारखंड के डाकघरों में जमा की गई है, उसमें किसान विकास पत्र में 9241 करोड़, मासिक आय योजना में 5711 करोड़, महिला सम्मान बचत पत्र में 105 करोड़, राष्ट्रीय बचत पत्र में 4860 करोड़, राष्ट्रीय बचत योजना में 28 करोड़, लोक भविष्य निधि में 1838 करोड़, आवर्ती जमा में 4458 करोड़, डाकघर बचत खाता में 3710 करोड़, सुकन्या समृद्धि योजना में 2540 करोड़, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना में 2104 करोड़ और सावधी जमा में 5040 करोड रुपए जमा किए गए हैं.
लोगों को जागरूक होने की जरूरत
सांसद संजय सेठ ने बताया कि मोदी सरकार की व्यवस्था के प्रति आम जनता का विश्वास बढ़ा है. यहीं वजह है कि सिर्फ झारखंड में इतने बड़े पैमाने पर लोगों ने डाकघर में खाते खुलवाए और उसमें राशि भी जमा की. वित्तीय धोखाधड़ी या गड़बड़ी की स्थिति में भारत सरकार ने कार्रवाई का भी प्रावधान किया है. परंतु आवश्यकता इस बात की भी है कि आम जनता जागरूक रहे.
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