रांची: केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ ने मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को एक पत्र भेजा है. जिसमें उन्होंने रांची के ऐतिहासिक पहाड़ी मंदिर के संरक्षण और अतिक्रमणमुक्त घेराबंदी की मांग की है. इस पत्र में मंत्री ने पहाड़ी मंदिर को भारत की धार्मिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर बताते हुए इसे बचाने की अपील की है. उन्होंने पत्र में उल्लेख किया कि रांची का पहाड़ी मंदिर केवल धार्मिक महत्व का नहीं, बल्कि ऐतिहासिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है. उन्होंने बताया कि इस स्थल पर भगवान शिव का वास है और यह आदिवासी समुदाय के लिए भी पवित्र स्थान है. इसके अलावा, यह स्थल स्वतंत्रता सेनानियों के फांसी की सजा की ऐतिहासिक घटनाओं से जुड़ा है. इसे “फांसी टुंगरी” के नाम से भी जाना जाता है.
जर्जर हो चुकी है स्थिति
मंत्री ने चिंता व्यक्त की कि वर्तमान में इस पहाड़ी की स्थिति बहुत जर्जर हो चुकी है. झारखंड के प्रमुख पर्यावरणविद नीतिश प्रियदर्शी की रिपोर्ट्स के अनुसार, यह पहाड़ी हिमालय से भी पुरानी है और भुरभुरी मिट्टी पर स्थित है, जिससे इसके धंसने का खतरा बना हुआ है. हाल ही में इस पहाड़ी के चारों ओर अवैध अतिक्रमण की घटनाओं ने इसके पवित्रता और ऐतिहासिक महत्व को खतरे में डाल दिया है.
मजबूत घेराबंदी करने की मांग
संजय सेठ ने पत्र में मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि पहाड़ी के चारों ओर से अतिक्रमण हटाया जाए और पतरातु घाटी क्षेत्र की तर्ज पर मजबूत घेराबंदी की जाए. उन्होंने सुझाव दिया कि लोहे के जाल या बाड़े के माध्यम से इसे सुरक्षित किया जाए ताकि इसके धंसने का खतरा कम हो सके और इसका ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व बरकरार रहे.