पटना: बिहार के सहरसा में आज केन्द्रीय मंत्री चिराग पासवान ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया और बाढ़ पीड़ितों के बीच राहत सामग्री बांटी. दरअसल, नेपाल बराज से पानी छोड़े जाने के बाद सहरसा में कोसी नदी ने जमकर तबाही मचाई है. इस दौरान जिले के नवहट्टा प्रखंड अंतर्गत तटबन्ध के भीतर बसे सात पंचायत बाढ़ से प्रभावित हो गए है. लोगों के आशियाने उजड़ गए. सैकड़ों एकड़ में लगी फसलें डूब चुकी लोग दाने दाने को मोहताज हैं.
वहीं बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा करते हुए केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने केदली पंचायत के अशय, पहाड़पुर गांव में बाढ़ पीड़ितों के बीच राहत सामग्री का वितरण किया. इस बीच लोगों ने प्रशासन के द्वारा राहत नहीं देने का आरोप लगाया. शिकायत सुनने के बाद केंद्रीय मंत्री ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया है. वहीं मिडिया को संबोधित करते हुए मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि बिहार में बहुत बड़ी आपदा आई है. केंद्र और राज्य सरकार चिंतित और तत्पर है, बाढ़ पीड़ितों के बीच राहत और बचाव कार्य चलाया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि बाढ़ कोई अनजानी घटना नहीं है, यह हर साल आता है, लेकिन इससे सीख लेने की आवश्यकता है जो भविष्य में इससे कैसे मुक्ति पाया जाय, मैंने हमेशा कहा है कि बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट जरूरत है. इसके स्थाई समाधान की नदियों को जोड़ने का काम हो या हाई डैम के निर्माण का काम हो मैं खुद वापस जाने के बाद इन तमाम बिंदुओं और यहां की वस्तुस्थिति की जानकारी प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के संज्ञान में दूंगा. रिलीफ में कोई कमी नहीं हो और इनका पुनर्वास प्राथमिकता में है.
ग्रामीण जल्द से जल्द अपने घर वापस जा सके यह पहली प्राथमिकता है. मवेशी के लिए चारा की व्यवस्था का भी निर्देश स्थानीय प्रशासन को दिया गया है. कुछ शिकायतें मिली है. जिसको लेकर भी निर्देश दिया गया है. उनको ये शिकायत भी कुछ घंटों में दूर हो जाएगी.