रांची: तीन दिन से लापता 22 वर्षीय रतन महतो का मंगलवार को शव मिलने के बाद सिरका गांव के लोग बुधवार को गोलबंद हो गए और अनगड़ा थाने का घेराव कर दिया. ग्रामीणों का आरोप है कि मॉब लिंचिंग कर रतन महतो के शव को कुएं में फेंक दिया गया था.
प्रतिशोध में मॉब लिंचिंग की आशंका
सुबह 11 बजे सिरका गांव के लोग अनगड़ा थाना के पास जुटने लगे. देखते ही देखते करीब दो सौ महिला-पुरूषों की भीड़ जमा हो गई. मृतक के भाई ने सिरका गांव से कुछ दूरी पर स्थित महेशपुर गांव के दस लोगों के खिलाफ थाने में नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है. मृतक के भाई का आरोप है कि इसी साल मार्च महीने में महेशपुर गांव का मुबारक खान सिरका गांव में टायर चोरी करने आया था. तब ग्रामीणों ने उसे खदेड़ा था. भागते वक्त रास्ते में गिरने के कारण उसकी मौत हो गई थी. लेकिन उसके परिजनों ने मॉब लिंचिंग का आरोप लगाया था. उस मामले में गांव के 19 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. इसलिए मृतक के भाई ने अंदेशा जताया है कि उसी मामले के प्रतिशोध में रतन महतो की मॉब लिंचिंग की गई है.
सिरका गांव के लोगों का कहना है कि मार्च में जब मोबारक खान की मौत हुई थी तब रांची के ग्रामीण एसपी नौशाद आलम महेशपुर गांव पहुंचे थे और मुबारक के जनाजे को कंधा दिया था. इसके अलावा 50 हजार रुपये की सहायता राशि भी दी थी. लिहाजा, ग्रामीण चाह रहे हैं कि इस मामले में भी ग्रामीण एसपी नौशाद आलम उनके बीच पहुंचें और पीड़ित परिवार को न सिर्फ मुआवजा दें बल्कि अंतिम संस्कार में भी शामिल हों. फिलहाल अनगड़ा थाने की सुरक्षा के लिए रांची से अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाकर तैनात कर दिया गया है. अनगड़ा के थानेदार ब्रजेश कुमार वरीय पदाधिकारियों को लगातार अपडेट दे रहे हैं.