बोकारो: भारत सरकार की महत्वकांछी नगर वन योजना के तहत बोकारो मे झारखंड का पहला सारी सुविधाओं से लैस पार्क का निर्माण किया जा रहा है. भारत सरकार कि योजना है की नगर वन योजना के तहत शहर के आसपास के फॉरेस्ट की जो जमीन है उसे ग्रीनरी में परिवर्तित किया जाएगया. औद्योगिक विकास के इस दौर में जिसके वजह से क्लाइमेट चेंज हो रहा है और जंगल भी कम होते जा रहा हैं. ऐसे में इस योजना के तहत शहर वासियों को अच्छा वातावरण मिल सके इसके लिए फॉरेस्ट विभाग फॉरेस्ट की वैसे जमीनों को चिन्हित कर रही है जो हाईवे के किनारे है. ऐसे जमीनों को चिन्हित करके अब फॉरेस्ट विभाग के द्वारा उसे नगर वन का स्वरूप दिया जा रहा है. बोकारो के फॉरेस्ट विभाग के अधिकारी रजनीश कुमार की माने तो झारखंड में इस तरह से पहला नगर वन होगा जहां कई सारी सुविधाओं के साथ कई प्रजातियों के पेड़ के अलावा आनेवाले समय में जॉगिंग और बोटिंग की व्यवस्था रहेगी.

रेस्टोरेंट से लेकर बोटिंग और जॉगिंग कि व्यवस्था

बता दें की फॉरेस्ट विभाग की जमीन पर आप कुछ भी नहीं कर सकते हैं लेकिन भारत सरकार की ये योजना के तहत अब फॉरेस्ट विभाग की जमीन पर पार्क के रूप में विकसित किया जा सकता है. सारी सुविधाओं से लैस इस पार्क में रेस्टोरेंट से लेकर बोटिंग और जॉगिंग कि व्यवस्था की जाएगी. बोकारो में भी ऐसे ही जमीन को फॉरेस्ट विभाग के द्वारा चास के कांड्रा में चिन्हित किया गया है जो नेशनल हाईवे के किनारे है. करीब 70 एकड़ में फैला वन विभाग का यह जमीन नगर वन के रूप में विकसित किया जा रहा है जहां विभिन्न तरह के औषधीय पौधों के साथ-साथ कई तरह के बोटैनिकल प्लांट लगाया गया है. पार्क में घूमने के साथ-साथ छात्रों के लिए शोध का भी जगह होगा.

की गई है चिन्हित जमीन की चारदीवारी

इस नगर वन के 70 एकड़ जमीन पर चारदीवारी कर दी गई है. इस नगर वन यानी पार्क के बनने से आसपास के लाखों लोगों को इसका फायदा होगा क्योंकि घने आबादी वाला उपनगर चास में ऐसा कोई पार्क नहीं है जहां इस तरह की सुविधा हो और इतनी बड़ी एरिया में फैला हुआ हो. ऐसे में चास शहर से सटा हुआ कांड्रा का ये पार्क बनने से न केवल शहर वासी को बल्कि आसपास के ग्रामीण इलाकों के लोगों के लिए भी काफी फायदेमंद साबित होगा.

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