नई दिल्ली : हफ्ते भर से चल रहे इजरायल-हमास युद्ध में एक ओर जहां हजारों लोगों की जान चली गई. वहीं, इजरायल गाजा पट्टी में ताबड़तोड़ रॉकेट दाग रहा है. इस बीच खबर है कि इजरायल ने उत्तरी गाजा को 24 घंटे में खाली करने का फरमान जारी कर दिया है, इस पर संयुक्त राष्ट्र बिफर पड़ा है और नॉर्थ गाजा को खाली करने के आदेश पर इजरायल के सीनियर अफसरों को शोकॉज कर दिया है. बताया जा रहा है कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने देत रात इजरायली राजदूत मिलाद एर्दान से मामले में स्पष्टीकरण मांगा है.

यूएन ने कहा-विनाशकारी मानवीय परिणाम होंगे

संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि इजराइल ने आधी रात से ठीक पहले नॉर्थ गाजा पट्टी खाली करने का फरमान सुनाया है, जो लगभग 11 लाख लोगों पर लागू होता है. सूत्रों के अनुसार, यूएन महासचिव गुटेरेस ने इस फरमान के बाद इजरायली अधिकारियों को दो फोन कॉल किए और पूछा कि ये आदेश कैसे लागू किया जा सकता है. संयुक्त राष्ट्र ने इसे असंभव करार दिया है और कहा है कि इससे बड़े पैमाने पर विनाशकारी मानवीय परिणाम सामने आएंगे.

यूएन में इजराइल के राजदूत ने दिया जवाब

आधी रात के बाद एक बयान जारी कर यूएन में इजरायल के राजदूत गिलाट एदन ने संयुक्त राष्ट्र की प्रतिक्रिया को शर्मनाक बताया और अंतरराष्ट्रीय संस्था पर इजरायल को उपदेश देने का आरोप लगाया है. एर्दान ने सीएनएन से कहा, संयुक्त राष्ट्र ने कई वर्षों से गाजा पट्टी में हमास द्वारा नागरिक आबादी और नागरिक बुनियादी ढांचों का उपयोग करने के लिए उनके बीच हथियार छिपाने और उनकी हत्या करने पर आंखें मूंद रखी है और अब इजरायल के साथ बड़े होने के बजाय, इजरायल को ही उपदेश दे रहा है, जबकि उसके नागरिकों पर हमास आतंकवादियों ने कोहराम मचाकर उन्हें मार डाला है. संयुक्त राष्ट्र को अब इजरायली बंधकों को हमास के चंगुल से वापस करने और हमास की निंदा करने पर ध्यान फोकस करना चाहिए.

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