गुमला: चेकडैम में नहाने गई दो सगी बहनें के डूबने से पुरे इलाके में अफरा – तफरी मच गयी. गुमला जिले के पालकोट प्रखंड स्थित उत्तरी भाग पंचायत के शाही चट्टान गांव की दो सगी बहनें रविवार की सुबह गांव के चेकडैम में नहाने गई थी. इसी दौरान वह डूब गयी. जिसके बाद ग्रामीणों के सहयोग से दोनों बच्चियों को चेकडैम से बाहर निकाला गया और आनन फानन में सीएचसी पालकोट में भरती कराया गया. जहां चिकित्सक नहीं होने के कारण नर्स द्वारा इलाज के क्रम में छोटी बहन अंजेला कुल्लू (7) की मौत हो गयी. तो वहीं अलमा कुल्लू (12) की स्थिति गंभीर बताई जा रही है.
घटना के संबंध में परिजनों ने बताया कि बसिया थाना क्षेत्र के कोनबीर भंडारटोली गांव निवासी जोहन कुल्लू की दो बेटी अलमा कुल्लू व अंजेला कुल्लू दोनों अपने नाना नानी के घर शाही चट्टान मेहमान आये थे. दोनों बहनें रविवार की दोपहर गांव के बगल के चेकडैम में नहाने गयी थी. उसी दौरान दोनों बहने चेकडैम में नहाते हुए गहरे पानी के तरफ चले गये और डूबने लगे. इसी बीच ग्रामीणों को किसी ने सूचना दी. जिसके बाद ग्रामीणों की मदद से दोनों को चैकडेम से निकालकर सीएचसी में भरती कराया गया.
परंतु, एक बच्ची की मौत हो गयी. इधर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रविवार को कोई भी चिकित्सक नहीं थे. जिसके कारण दोनों बहनों का नर्सो द्वारा इलाज किया गया. इस दौरान अंजेला कुल्लू की मौत हो गयी. वहीं बड़ी बहन अलमा कुल्लू को परिजनों द्वारा एंबुलेंस के माध्यम से सदर अस्पताल गुमला में भरती कराया गया. जहां उसका इलाज चल रहा है. वहीं अंजेला कुल्लू की मौत से परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर के मौजुद नहीं रहने से लोग आक्रोशित है. ग्रामीणों का कहना है कि अगर अस्पताल में डॉक्टर रहते तो बच्ची की जान बचायी जा सकती थी. लोगों ने यह भी कहा है कि अस्पताल से अक्सर डॉक्टर गायब ही रहते हैं. इस पर गुमला प्रशासन का कभी ध्यान ही नहीं दिया जाता.