रांची: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान मंत्री चंपाई सोरेन की जासूसी के आरोप में झारखंड पुलिस की स्पेशल ब्रांच के दो सब-इंस्पेक्टर को मंगलवार शाम दिल्ली के एक होटल से गिरफ्तार किया गया. ये पुलिसकर्मी अब चाणक्यपुरी थाने की पुलिस की हिरासत में हैं. इस घटना के बाद चंपाई सोरेन ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. इस मामले में असम के मुख्यमंत्री और झारखंड भाजपा के चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने बुधवार को गुवाहाटी में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान इस मामले का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए सब-इंस्पेक्टर ने स्वीकार किया कि उन्हें एक संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति ने जासूसी का टास्क सौंपा था. इस टास्क के तहत, उन्हें चंपाई सोरेन की गतिविधियों की निगरानी करने के लिए झारखंड पुलिस के आईजी प्रभात कुमार द्वारा लगाया गया था.
18 अगस्त को भी किया था फॉलो
दोनों सब-इंस्पेक्टर ने 18 अगस्त को भी चंपाई सोरेन का पीछा किया था जब वह दिल्ली आए थे. 26 अगस्त को चंपाई सोरेन के कोलकाता से दिल्ली आने पर, इन दोनों पुलिसकर्मियों ने उसी फ्लाइट में यात्रा की और ताज होटल के उसी फ्लोर पर कमरा लिया जहां चंपाई सोरेन और उनके करीबी लोग ठहरे हुए थे. हिमंता बिस्वा सरमा ने इस घटना को प्राइवेसी पर हमले का गंभीर मामला बताते हुए इसकी जांच की मांग की है. उन्होंने यह भी संकेत दिया कि यह मामला हनीट्रैप का भी हो सकता है क्योंकि दोनों सब-इंस्पेक्टर के साथ एक महिला भी उनके कमरे में पहुंची थी. उन्होंने कांग्रेस तथा झामुमो पर संविधान का उल्लंघन करने का आरोप लगाया. उन्होंने इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है.